बरेली के परिषदीय स्कूलों और मदरसों में बिना मान्यता के हो रही हाईस्कूल व इंटर की पढ़ाई, जानें विभाग क्या कर रहा कार्रवाई

Studies in Bareillys Council Schools and Madrasas मदरसा व परिषदीय विद्यालय में जूनियर हाइस्कूल तक मान्यता प्राप्त कर जो वित्तविहीन मान्यता प्राप्त इंटर कालेज में अटैच होकर 9वीं 11वीं के पंजीकरण कराकर 10वीं और 12वीं की परीक्षा कराते हैं ऐसे स्कूलों पर अब कार्रवाई होगी।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 08:08 AM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 08:08 AM (IST)
बरेली के परिषदीय स्कूलों और मदरसों में बिना मान्यता के हो रही हाईस्कूल व इंटर की पढ़ाई, जानें विभाग क्या कर रहा कार्रवाई
प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक ने बीएसए को दिए स्कूलों की जांच के आदेश

बरेली, जेएनएन। Studies in Bareillys Council Schools and Madrasas : अवैध रूप से चल रहे अस्पताल और अल्ट्रासांउड सेंटर के बाद अब बिना मान्यता प्राप्त स्कूल निशाने पर हैं। मदरसा व परिषदीय विद्यालय में जूनियर हाइस्कूल तक मान्यता प्राप्त कर जो वित्तविहीन मान्यता प्राप्त इंटर कालेज में अटैच होकर 9वीं, 11वीं के पंजीकरण कराकर 10वीं और 12वीं की परीक्षा कराते हैं, ऐसे स्कूलों पर अब कार्रवाई होगी। बता दें कि प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक डा. सुभाष चंद्र मौर्य ने जांच के आदेेश दिए हैं।

बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों से शिक्षा पाकर भविष्य में छात्रों को चुनौतियों का सामना न करना पड़े। इसके लिए अब लोग जागरूक हैं। लगातार स्कूलों से स्वकेंद्र पर सामूहिक नकल, छात्रवृत्ति के घोटाले सामने आते रहे हैं। यही कारण है कि दो वर्ष पहले संयुक्त शिक्षा निदेशक ने अमान्य स्कूलों को बंद कराने के लिए अभियान चलाया। जिसमें बिना मान्यता प्राप्त चल रहे 52 स्कूलों को जिला बेसिक शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा चिह्नित किया गया। गुरुवार को भी सदर बाजार निवासी राजेश ने डाक के जरिए मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर ऐसे स्कूलों के खिलाफ अभियान चलाने के आदेश करें।

अवैध कक्षाओं के संचालन को आर्थिक दंड का भी सुनाया गया था फरमानः तीन वर्ष पहले अवैध कक्षाओं के संचालन पर अब आर्थिक दंड के शीर्षक से प्रकाशित हुई खबर हुई थी। इसमें बोर्ड की सचिव रहीं नीना श्रीवास्तव ने डीआइओएस को बिना मान्यता प्राप्त चल रहे स्कूलों के खिलाफ अभियान चलाने के आदेश दिए थे।

अभियान के बाद दिखा था असरः बिना मान्यता प्राप्त चल रहे स्कूलों के खिलाफ दैनिक जागरण द्वारा अभियान चलाने के बाद कई ऐसे मामले सामने आए। इसमें उदयपुर में प्राइमरी की मान्यता लेकर इंटर की मार्कशाीट देने वाले, भुता के एक प्राइमरी स्कूल जहां 10वीं और 12वीं में प्रवेश लेने के मामले सामने आए थे। वहीं बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे स्कूलों की जांच में तीन वर्ष पहले 87 स्कूल चिह्नित कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी गई थी। साथ ही जुर्माना भी लिया गया था।

इन स्कूलों की होगी जांचः जीएम कालेज ठिरिया निजावत खां, मकतब दारूल उलूम ठिरिया निजावत खां, साबरी पब्लिक स्कूल ठिरिया निजावत खां, रजा पब्लिक स्कूल ठिरिया निजावत खां समेत 46 स्कूलों की जां होनी है। प्रभारी डीआइओएस डा. सुभाष चंद्र मौर्य ने बताया कि बिना मान्यता प्राप्त छठवीं व आठवीं तक मान्यता प्राप्त में 10वीं और 12वीं की पढ़ाई करा रहे स्कूलों की मिली शिकायत पर बीएसए को जिले के 46 स्कूलों की सूची भेजी जांच के लिए सौंपी है। दोषी मिलने में कार्रवाई की जाएगी।

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