बरेली में सीओ से धक्कामुक्की के बाद चार घंटे बवाल

प्रदर्शनकारियों के सामने मलूकपुर चौकी इंचार्ज की घुड़की ट्रेनी आइपीएस एवं सीओ से नोकझोंक के बाद लाठी चलाने के आदेश पर ऐसा बवाल हुआ कि चार घंटे तक थम नहीं सका। माहौल बिगड़ने पर किला थाने वाले तो पीछे हट गए सत्ता पक्ष के नेता और अफसरों के बीच पंचायत लग गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 03:22 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 05:10 AM (IST)
बरेली में सीओ से धक्कामुक्की के बाद चार घंटे बवाल
बरेली में सीओ से धक्कामुक्की के बाद चार घंटे बवाल

बरेली, जेएनएन : प्रदर्शनकारियों के सामने मलूकपुर चौकी इंचार्ज की घुड़की, ट्रेनी आइपीएस एवं सीओ से नोकझोंक के बाद लाठी चलाने के आदेश पर ऐसा बवाल हुआ कि चार घंटे तक थम नहीं सका। माहौल बिगड़ने पर किला थाने वाले तो पीछे हट गए, सत्ता पक्ष के नेता और अफसरों के बीच पंचायत लग गई। सत्ता पक्ष के लोग भारी पड़े और चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के बाद ही प्रदर्शनकारी वहां से हटे। अभी मामला पूरी तरह शांत नहीं हुआ है। तोड़फोड़ के मामले में पुलिस भाजपा व विहिप नेताओं पर मुकदमा दर्ज करने को कह रही तो भाजपा लाठी चलाने वालों पर एफआइआर की बात कह रहे हैं।

मंगलवार दोपहर करीब एक बजे भाजपा, विहिप के करीब डेढ़ सौ लोगों ने किला थाने में प्रदर्शन शुरू किया था। यह देख इंस्पेक्टर सतीश यादव ने सीओ एवं ट्रेनी आइपीएस साद मियां को जानकारी दी। वह मौके पर पहुंचे। नारेबाजी बंद करने को कहा, इस पर कुछ नेताओं से नोकझोंक होने लगी। दूसरी ओर मलूकपुर चौकी इंचार्ज रजनीश यादव भीड़ में जाकर कुछ प्रदर्शनकारियों पर दबाव बनाने लगे। उन्होंने कार्रवाई की बात कही तो कुछ युवकों का पारा चढ़ गया। एक ने परिसर में रखी कुर्सी तोड़ी तो देखते ही देखते दर्जनों युवक तोड़फोड़ करने लगे। नजारा देख सीओ ने भी कह दिया कि पकड़कर पीटो। सुनते ही पुलिसकर्मियों ने लाठी बरसाना शुरू कर दी। इस दौरान पूर्व उपसभापति एवं भाजपा नेता अतुल कपूर की सीओ से कहासुनी भी हुई। विहिप के जिलाध्यक्ष पवन अरोरा समेत कुछ अन्य नेता तो किनारे खड़े हो गए, मगर बाकी को दौड़ाकर पीटा। थाने के बाहर पतली गली होने पर भीड़ फंस गई तो पुलिसकर्मियों ने घेर लिया। भगदड़ में गिरे प्रदर्शनकारियों पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसाई। रामपुर गार्डन निवासी गजेंद्र तोमर, मॉडल टाउन निवासी करन दीवान के हाथ से खून बहने लगा। कई अन्य भी घायल हुए।

थाने के बाहर लगाया जाम तीन घंटे फंसे रहे लोग

खदेड़ने पर थाने से बाहर भागी भीड़ ने बाहर निकल कर साहूकारा गेट पर किला सड़क पर जाम लगा दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। करीब 10 मिनट लगाए गए जाम के कारण दोनों तरफ कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जाम में फंसे लोगों से भी उनकी नोकझोंक हुई।

फोन घनघनाए तो पूरे शहर के नेता पहुंचे

लाठीचार्ज की सूचना की जानकारी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक पदाधिकारी को मिली तो उन्होंने भाजपा के कुछ नेताओं को फोन किया। उनका थाने पहुंचना शुरू हो गया। उसी दौरान भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष उमेश कठेरिया, महानगर मंत्री अधीर सक्सेना, यतिन भाटिया आदि कार्यकर्ताओं की भीड़ लेकर किला थाने पहुंच गए। दो विधायक, महापौर, कई पार्षदों ने थाना घेर लिया।

एसपी ने माइक संभाला, नेताओं ने मोर्चा

मामला बिगड़ता देख एसपी सिटी रविद्र सिंह वहां पहुंचे। उन्होंने माइक पर कहा कि शोर बंद कर दीजिए, सब बाहर जाओ। इतना सुनते ही नेता फिर भड़क गए। कहा कि हमारी बात नहीं सुनी जा रही, लाठियों से मारा जा रहा है। इस दौरान एसपी सिटी धक्का-मुक्की की गई। कुछ पुलिसकर्मी उन्हें भीड़ से निकालकर ले गए।

थाने के अंदर धरने पर बैठे नेता, लगाए मुर्दाबाद के नारे

विधायकों, पार्टी के महानगर व जिलाध्यक्ष पहुंचे तो सड़क जाम कर रही भीड़ थाने में आ गई। लाठी चलाने के खिलाफ वहां धरना शुरू कर दिया गया। एसएसपी, डीआइजी और एडीजी के बुलाने की मांग शुरू हो गई। थाने के अंदर पुलिस मुर्दाबाद के नारे गूंजने लगे।

दोपहर करीब साढ़े तीन बजे एडीजी अविनाश चंद्र, डीआइजी राजेश कुमार पांडेय, एसएसपी रोहित सजवाण ने भाजपा व विहिप नेताओं से बात की। कार्यालय में बुलाकर मामला शांत करने को कहा। आरोपित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का एलान किया।

सीओ, इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज निशाने पर

धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सीओ, इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज पर कार्रवाई हो। उसी दौरान डीआइजी राजेश कुमार पांडेय पहुंचे तो उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया। जिस पर कुछ नेताओं ने तालियां बजाई।

भीड़ के बीच गिरी कारबाइन, हादसा टला

थाने के अंदर सैकड़ों की संख्या में भीड़ हंगामा कर रही थी। इसी दौरान एक अधिकारी के गनर की कारबाइन का पट्टा टूट गया और कारबाइन भीड़ के बीच जमीन पर गिर पड़ी। गनीमत रही कि गोली नहीं चली।

आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग

छात्रा को प्रेमजाल में फंसाकर भागने वाले आरोपित बिलाल घोषी को लेकर भीड़ में बहुत गुस्सा था। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि उसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो।

शहर भर की फोर्स, बिगड़ते रहे हालात

अधिकारियों के एसपी सिटी के पहुंचने से पहले ही शहर के सभी थानाध्यक्ष फोर्स के साथ पहुंच गए थे। इस दौरान कुछ थानाध्यक्ष मामले को गंभीरता से लेकर मुस्तैद दिखे तो तो कुछ अपनी फोर्स के साथ अलग खड़े थे। हालात बिगड़ते रहे लेकिन वह दूर से खड़े होकर हंगामा देखते रहे।

हल्द्वानी के बाद दिल्ली में लोकेशन, चार टीमें कर रही तलाश

छात्रा की बरामदगी के लिए चार टीमें लगाई गई है। 18 अक्टूबर को छात्रा और आरोपित की लोकेशन हल्द्वानी मिली थी। पुलिस वहां पहुंची, तब तक वे मुरादाबाद होते हुए दिल्ली पहुंच गए थे। एक टीम दिल्ली भी गई है।

जबरन वीडियो बनवाकर कराया वायरल

सोमवार को छात्रा की ओर से वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह मर्जी से जाने की बात कह रही। स्वजन का कहना है कि आरोपित ने जबरन वीडियो बनवाकर वायरल कराया है। बेटी की जान खतरे में है।

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