बरेली के शहरी क्षेत्र में बाढ़ की दस्तक, 30 गांवों का रास्ता बंद
रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने पर शहर में बाढ़ का पानी घुस आया है। मुहल्ला बाकरगंज के कई घरों के आसपास पानी भर गया है। यहां करीब 30 गांवों को जोड़ने वाले पुल पर पानी भरने से पुलिस ने रास्ता बंद कर दिया है। इससे तमाम लोग फंस गए हैं।
जागरण संवाददाता, बरेली: रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने पर शहर में बाढ़ का पानी घुस आया है। मुहल्ला बाकरगंज के कई घरों के आसपास पानी भर गया है। यहां करीब 30 गांवों को जोड़ने वाले पुल पर पानी भरने से पुलिस ने रास्ता बंद कर दिया है। इससे तमाम लोग फंस गए हैं।
उत्तराखंड में लगातार बारिश होने व दो दिन पहले कालागढ़ बांध से पानी छोड़े जाने से रामगंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया था। अब शहर से निकलने वाले किला नदी भी उफना गई है। मुहल्ला बाकरगंज में स्थित राघव ढोलियापुर पुल पर पानी भर गया है। इसके साथ ही मुहल्ले के आसपास भीषण जलभराव हो गया है। पुल पर पानी भरने के कारण पुलिस ने वहां बैरीकेडिंग लगाकर रास्ता रोक दिया है। पुल से होकर शहर आने को करीब तीस गांव का रास्ता है। शुक्रवार सुबह पुल पर पानी भरने के बाद से इन गांवों का संपर्क शहर से टूट गया है। वहां दोनों ओर तमाम लोग फंस गए हैं। मुहल्ले में बने जामिया नूरिया रजविया मदरसा और ईदगाह की दीवार भी पानी में डूब गई है। कई घरों के अंदर तक पानी घुस गया है। एहतियात के लिए वहां पुलिस को तैनात कर दिया गया है। सूचना मिलने पर अधिकारी भी मौके पहुंचे हैं। भुता क्षेत्र में बारिश के बाद किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल खराब हो गई। नदी के किनारे बसने वाले गांवों में पानी घुसने से चिंता है। कैलाश नदी के किनारे गांव मिलक गोटिया, दौलतपुर, करेना, खरदह, शेखापुर, सुनाह सहित दर्जनों गांवों के घरों में पानी घुस रहा है। ग्राम अठायन में अरविंद मिश्रा, सतीश कुमार, सोनपाल सिंह, राम बहादुर मिश्रा, छोटे सिंह आदि की फसल नष्ट हो गई है। क्षेत्रवासियों ने आर्थिक सहायता की मांग की है।