Evaluation in MJPRU : कम कॉपियां मिलने खफा हुई महिला शिक्षक, बोली- B.A, M.A वाले जांच रहे B.Sc होम साइंस की कॉपियां

रुहेलखंड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एडेड कॉलेजों में संचालित सेल्फ फाइनेंस कोर्सों में तैनात शिक्षिकाओं ने मूल्यांकन के लिए कॉपियां कम दिए जाने का आरोप लगाया। सोमवार को बरेली कॉलेज सहित कई अन्य कॉलेजों की शिक्षिकाओं ने कुलपति प्रो. केपी सिंह से मिलकर शिकायत दर्ज कराई।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 12 Oct 2020 07:29 PM (IST) Updated:Mon, 12 Oct 2020 07:29 PM (IST)
Evaluation in MJPRU : कम कॉपियां मिलने खफा हुई महिला शिक्षक,  बोली- B.A, M.A वाले जांच रहे B.Sc होम साइंस की कॉपियां
कम कापियां मिलने खफा हुई महिला शिक्षक, बोली- B.A, M.A वाले जांच रहे B.Sc होम साइंस की कापियां

 बरेली, जेएनएन। रुहेलखंड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एडेड कॉलेजों में संचालित सेल्फ फाइनेंस कोर्सों में तैनात शिक्षिकाओं ने मूल्यांकन के लिए कॉपियां कम दिए जाने का आरोप लगाया। सोमवार को बरेली कॉलेज सहित कई अन्य कॉलेजों की शिक्षिकाओं ने कुलपति प्रो. केपी सिंह से मिलकर शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया कि आंतरिक शिक्षकों को कम और बाहरी शिक्षकों को ज्यादा कॉपियां दी जा रही हैं।

उनकी अर्हता की जांच भी नहीं की जा रही है। कुलपति प्रो. केपी सिंह ने उनकी समस्याएं दूर करने का आश्वासन दिया। विश्वविद्यालय में इन दिनों स्नातक, परास्नातक कक्षाओं की कॉपियां जांची जा रही है। सोमवार को कई शिक्षिकाएं विश्वविद्यालय पहुंचीं और मूल्यांकन व्यवस्था पर सवाल उठाए। आरोप है कि कॉपियां जांचने में आंतरिक से ज्यादा बाहरी परीक्षकों को प्राथमिकता दी जा रही है।

उन्हें कम कॉपियां दी जा रही हैं। यही नहीं, बीएससी होम साइंस की कॉपियां बीए और एमए डिग्री वाले शिक्षक जांच रहे हैं। उनके शैक्षिक अभिलेख जांच बिना ही मूल्यांकन में लगा दिया गया। इसलिए बाहरी की जगह आंतरिक परीक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर मूल्यांकन में लगाया जाना चाहिए। शिक्षिकाओं ने प्रयोगात्मक परीक्षाओं में विश्वविद्यालय के अनुमोदित प्रवक्ताओं को वरीयता के आधार पर दूसरे महाविद्यालयों में वाह्य परीक्षक नियुक्त करने की 2012-13 की व्यवस्था को बहाल करने की भी मांग उठाई। इस मामले में परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार सिंह ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

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