जिला महिला अस्पताल में पेशाब की जांच से पहले करवाई जा रही कोरोना जांच, महिला ने की शिकायत

लैब टेक्नीशियन रामनरेशन पटेल का कहना है कि यूरिन की जांच के लिए कोविड टेस्ट रिपोर्ट नहीं मांगी जा रही है। 12 बजे तक ओपीडी के पर्चे आते हैं। पर्चे लाने वाले सभी मरीजों की जांच भी की जाती है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 05:25 PM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 05:25 PM (IST)
जिला महिला अस्पताल में पेशाब की जांच से पहले करवाई जा रही कोरोना जांच, महिला ने की शिकायत
जिला महिला अस्पताल की पैथालोजी में पेशाब की जांच से पहले रहे कोरोना जांच

बरेली, जेएनएन : जिला महिला अस्पताल में यूरिन जांच कराने वाली संक्रमितों से कोविड जांच कराने के लिए कहा जा रहा है। इससे परेशान एक मरीज ने सीएमएस से मामले की शिकायत की। सीएमएस के आदेश पर मरीज का सैंपल लिया गया। कुछ मरीजों ने यह भी कहा कि 11 बजे के बाद उनकी जांच करने से मना कर दिया जाता है।

लैब टेक्नीशियन रामनरेशन पटेल का कहना है कि यूरिन की जांच के लिए कोविड टेस्ट रिपोर्ट नहीं मांगी जा रही है। 12 बजे तक ओपीडी के पर्चे आते हैं। पर्चे लाने वाले सभी मरीजों की जांच भी की जाती है। गंभीर या भर्ती होने के योग्य मरीजों को भूतल पर स्थित आपातकालीन पैथालोजी लैब में भेज दिया जाता है।

इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षका डा. अलका शर्मा ने बताया कि 11 बजे तक ही सैंपल लिए जाने और यूरिन टेस्ट कराने से पहले कोविड टेस्ट कराने की शिकायत मिली थी। इस पर स्टाफ कर्मियों को इस बाबत निर्देशित किया गया है कि गाइडलाइन के अनुरूप ही कार्य करें। इस तरह के नए नियम ना बनाएं। 

जिले में कम नहीं हो रहा कोरोना का संक्रमण: जिले में कोरोना संक्रमण कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। प्रतिदिन सैकड़ों कोरोना मरीज मिल रहे हैं। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग लगातार सैं‍पलिंग करा रहा है। इसके साथ ही कोरोना मरीजों की पहचान के लिए डोर टू डोर सर्वे भी शुरू किया गया है। ताकि जल्‍द से जल्‍द महामारी को नियंत्रित किया जा सके। वहीं दूसरी ओर टीकाकरण अभियान मेंं भी तेजी लाई जा रही है। 

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