बरेली कैंट विधायक ने विधानसभा में उठाई एम्स स्थापित किए जाने की मांग, बाेले- शहर में ही मिल सके अच्छा इलाज
Bareilly Cantt MLA Sanjeev Agarwal News बरेली में एम्स जैसे अस्पताल को स्थापित किए जाने की जरूरत है। जिसकी मांग बरेली से कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने विधानसभा में उठाई है।उन्होंने कहा है कि इससे नाथनगरी के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Cantt MLA Sanjeev Agarwal News : कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने गुरुवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुए बरेली में एम्स की स्थापना की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि नाथ नगरी बरेली से लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दिल्ली के महंगे अस्पतालों में जाना पड़ता है। एम्स की स्थापना होने से गम्भीर मरीजों को बरेली में ही इलाज मिल सकेगा।
मीरगंज विधायक डा. डीसी वर्मा, फरीदपुर विधायक प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल, बिथरीचैनपुर विधायक डा. राघवेंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें एम्स की शीघ्र स्थापना के लिए पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने उन्हें एम्स की शीघ्र मंजूरी का आश्वासन दिया। विधायक संजीव अग्रवाल ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से भी मुलाकात की। वही, विधान परिषद सदस्य डा. जयपाल सिंह व्यस्त ने प्रमुख सचिव, विधान परिषद को पुरानी पेंशन बहाल कराए जाने के लिए पत्र भेजा है।
इसलिए चाहिए एम्स जैसा अस्पताल
बरेली में आबादी के हिसाब से स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं बढ़ी।जिला अस्पताल पर भार पड़ा तो तीन सौ बेड का अस्पताल बनवाया गया।जिसे कोविड काल में कोरोना अस्पताल बना दिया गया।अब स्थिति सामान्य हुई मगर, विशेषज्ञ स्टाफ और चिकित्सकों की दिक्कत है।पिछली बार भाजपा सरकार में तत्कालीन वित्त मंत्री एवं कैंट विधायक राजेश अग्रवाल ने यहां मेडिकल कालेज बनवाने का प्रस्ताव दिया था।बाद में एम्स जैसे अस्पताल की बात उठाई गई।लगभग सभी नेताओं ने वादा किया कि ऐसे अस्पताल के लिए शासन में पैरवी की जाएगी।
दरअसल उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लोगों को बरेली से दिल्ली के लिए भागना पड़ता है।इसके अलावा यहां अस्पताल तो है लेकिन उनमें बेहतर और एडवांस इलाज के न तो संसाधन और न ही पर्याप्त स्टाफ है।ऐसे में बरेली में एम्स के स्थापित होने से वेस्ट यूपी में स्वास्थ्य के लिहाज से सुविधाएं काफी बेहतर हो जाएंगी।एम्स के स्थापित होने पर आस पास के जिलों और मंडलों के लोगों को भी दिल्ली नहीं भागना पड़ेगा।