अमृत योजना : सीवर लाइन में पीडब्ल्यूडी व वन विभाग का अड़ंगा Bareilly News

सेतु निगम ने करीब दो हफ्ते पहले ईसाइयों की पुलिया से खोदाई का काम शुरू करवा दिया है। सेंट्रल जोन में करीब 12 किलोमीटर लंबी लाइन डाली जानी है।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Thu, 05 Sep 2019 01:33 PM (IST) Updated:Thu, 05 Sep 2019 01:33 PM (IST)
अमृत योजना : सीवर लाइन में पीडब्ल्यूडी व वन विभाग का अड़ंगा Bareilly News
अमृत योजना : सीवर लाइन में पीडब्ल्यूडी व वन विभाग का अड़ंगा Bareilly News

बरेली, जेएनएन : शहर की सबसे बड़ी समस्या के सुधार को बिछाई जा रही ट्रंक सीवर लाइन का काम रुकने के कगार पर पहुंच गया है। पीडब्ल्यूडी और वन विभाग ने जल निगम को नोटिस भेजा है। दोनों विभागों से एनओसी लिए बिना काम शुरू कराने की बात कही है। एनओसी नहीं मिलने से शहर में भीषण समस्या खड़ी हो जाएगी।

अमृत योजना के तहत केंद्र सरकार ने शहर के सेंट्रल जोन में ट्रंक सीवर लाइन बिछाने के लिए करीब 58 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। सेतु निगम ने करीब दो हफ्ते पहले ईसाइयों की पुलिया से खोदाई का काम शुरू करवा दिया है। सेंट्रल जोन में करीब 12 किलोमीटर लंबी लाइन डाली जानी है। ट्रंक सीवर लाइन बिछाने के काम में पीडब्ल्यूडी व वन विभाग ने अड़ंगा लगा दिया है। दोनों विभागों ने जल निगम को नोटिस भेजकर बिना एनओसी काम नहीं करने को कहा है।

इससे सीवर लाइन बिछाने का काम अटकने की आशंका बन गई है। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन बीएम शर्मा के मुताबिक जल निगम उनकी सड़क को खोद रहा है। उन्होंने एनओसी के लिए जो पत्र भेजा है, उसमें लंबाई लिखी, यह भी लिखा है कि लाइन डालने के बाद मरम्मत करवा दी जाएगी। उन्होंने कितनी गहराई व कितनी चौड़ाई में सड़क खोदेंगे, यह नहीं बताया है। उन्हें डिटेल मांगी है। वही, वन विभाग वालों ने वन संरक्षित क्षेत्र होना बताकर काम करने से मना कर दिया है।

दोनों विभागों से एनओसी के लिए पत्रचार किया गया है। उनके पत्रों के हिसाब से डिटेल बनाकर एनओसी मांगी जाएगी। अधिकारियों से मिलकर समस्या का हल निकाला जाएगा। - संजय कुमार, एक्सईएन, जल निगम।

वन विभाग की एनओसी में दो पुल लटके

सेतु निगम ने बीते दिनों चौपुला चौराहे और सेटेलाइट तिराहे पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के नीचे सर्विस रोड बनानी शुरू की थी। उनके काम शुरू करते ही वन विभाग वालों ने वहां काम को रुकवा दिया। आज तक वन विभाग ने सेतु निगम को एनओसी नहीं दी है, जिस कारण काम लटके हुए हैं।

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