संसद भवन तक पहुंचा एफएमडी वैक्सीन का मामला

जागरण संवाददाता, बरेली : आइआइएल (इंडियन इम्युनोलॉजिकल लिमिटेड) हैदराबाद द्वारा तैयार एफएमडी (फूट एंड

By Edited By: Publish:Tue, 03 May 2016 11:11 AM (IST) Updated:Tue, 03 May 2016 11:11 AM (IST)
संसद भवन तक पहुंचा एफएमडी वैक्सीन का मामला

जागरण संवाददाता, बरेली : आइआइएल (इंडियन इम्युनोलॉजिकल लिमिटेड) हैदराबाद द्वारा तैयार एफएमडी (फूट एंड माउथ डिजीज) वैक्सीन अधोमानक होने का मामला संसद भवन तक जा पहुंचा है। चार मई को संसद भवन के कक्ष नंबर 62 में कृषि एवं किसान कल्याण हेतु गठित संसदीय समिति इस पर चर्चा करेगी।

जानवरों में होने वाले रोग खुरपका-मुंहपका पर रोकथाम के लिए देशभर में कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके लिए आइआइएल हैदराबाद समेत कई कंपनियां एफएमडी वैक्सीन बनाती हैं। वर्ष 2014-15 में इस कंपनी द्वारा जो वैक्सीन बनाई थी, उसके नमूने जांच के लिए राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान, बागपत भेजे गए थे। डॉ. भोजराज उस समय वहां प्रभारी निदेशक थे। उन्होंने उस वैक्सीन की जांच की और अधोमानक पाया। इसके बाद उनकी रिपोर्ट पर जब घमासान मचा तो कृषि मंत्रालय ने एक कमेटी गठित कर दोबारा जांच कराई और उस कमेटी ने उनकी रिपोर्ट को खारिज कर दिया। डॉ. भोजराज अपनी रिपोर्ट पर आज भी कायम हैं। जब यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बना तो आइआइएल ने उन पर दबाव बनाने के लिए व्यक्तिगत तौर पर 102 करोड़ का मानहानि दावा कर दिया। इसके बाद से ही प्रधान वैज्ञानिक डॉ. भोजराज आइआइएल के खिलाफ मुहिम छेड़े हुए हैं। सोशल साइट्स पर उन्होंने पशु चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है। वहीं यूपी वेटनरी काउंसिल भी डॉ. भोजराज के समर्थन में आ चुकी है। काउंसिल ने कहा है कि भोजराज की मदद नहीं हुई और केस वापस नहीं हुए तो हर जगह आइआइएल की वैक्सीन के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।

धमकी की भी जांच जारी

दूसरी डॉ. भोजराज ने कुछ लोगों द्वारा खुद को धमकाने का आरोप लगाया है। एएसपी आकाश तोमर इस मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की सलाह निदेशक को दी है।

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