प्रधान के घर बना एमडीएम बच्चों ने नहीं खाया

पोखरा (बाराबंकी) : खंड शिक्षा क्षेत्र हैदरगढ़ के रेहुरा ग्राम स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Aug 2018 12:57 AM (IST) Updated:Thu, 09 Aug 2018 12:57 AM (IST)
प्रधान के घर बना एमडीएम बच्चों ने नहीं खाया
प्रधान के घर बना एमडीएम बच्चों ने नहीं खाया

पोखरा (बाराबंकी) : खंड शिक्षा क्षेत्र हैदरगढ़ के रेहुरा ग्राम स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चों ने इसलिए एमडीएम नहीं खाया, क्योंकि यह प्रधान के घर बना था। बच्चों का आरोप है कि प्रधान के घर खाना स्वच्छतापूर्ण नहीं बनता है।

ग्राम प्रधान किशोरीलाल के यहां से दोपहर को खाना बना कर रसोइयों ने विद्यालय के बच्चों को परोस दिया। इतने में प्रधान की नातिन ने खाना खाने से मना कर दिया, कहा कि यह खाना शुद्ध नहीं है। जिस पर सभी बच्चों ने खाना नहीं खाया और छोड़ दिया। जब प्रधानाध्यापक ने खाना न खाने के बारे में पूछा तो बच्चों ने चिल्लाते हुए कहा कि जिस बाल्टी में दाल प्रधान के घर से लाई गई थी, वह बाल्टी शौचालय में प्रयोग होती है। प्रधानाध्यापक उमेश अवस्थी ने रसोइयों को बुलाकर कहा कि मिड-डे मील का खाना अब विद्यालय में ही बनेगा। खंड शिक्षा अधिकारी आरके द्विवेदी का कहना है, कि प्रधान के घर खाना जो बन रहा था, वह गलत है, खाना विद्यालय परिसर में ही बनना चाहिए। यदि हमें कहीं विद्यालय परिसर छोड़कर अन्य जगह खाना बनने की शिकायत मिलती है तो उस विद्यालय के प्रधानाध्यापक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करूंगा। रेहुरा प्रधान किशोरी लाल चौरसिया ने बताया कि दाल को हमारे घर राजाराम रसोईया के पुत्र द्वारा भेजवाई गई थी। वह मैंने प्रेशर कुकर में बनवाकर विद्यालय भेजवा दी थी। विद्यालय में बताया गया कि बाल्टी अशुद्ध है, लेकिन यह कहना गलत है।

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