धान लदी ट्रालियों के साथ किसानों ने दिया धरना

बाराबंकी: ट्रैक्टर-ट्राली पर धान लादकर आए किसानों ने सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले जिला

By Edited By: Publish:Tue, 24 Nov 2015 12:13 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2015 12:13 AM (IST)
धान लदी ट्रालियों के साथ किसानों ने दिया धरना

बाराबंकी: ट्रैक्टर-ट्राली पर धान लादकर आए किसानों ने सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले जिला गन्ना कार्यालय परिसर में धरना दिया। करीब एक सैकड़ा धान लदी ट्रालियों की सूची बनाकर प्रशासन ने उन्हें राइस मिलर्स के यहां भेजा।

धान के साथ धरना देने की स्थिति इसलिए बनी क्योंकि जिले में मात्र 41 धान क्रय केंद्र खोले गए हैं जहां पर किसानों के धान की तौल काफी सुस्त गति से हो रही है। प्रशासन ने 63 राइस मिलर्स एवं आढ़तियों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के लिए नामित कर रखा है, लेकिन वह समर्थन मूल्य 1410 रुपये की दर से किसानों को भुगतान नहीं कर रहे। जबकि जिलाधिकारी ने समर्थन मूल्य का भुगतान न करने वाले राइस मिलर्स के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की चेतावनी भी दी थी। डीएम की चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ। राइस मिलों से निराश किसानों को एकजुट कर भारतीय किसान यूनियन के प्रांतीय महासचिव मुकेश ¨सह ने धरने का आयोजन किया।

धरने के ²ष्टिगत जिला धान खरीद अधिकारी एडीएम हरिकेश चौरसिया ने डिप्टी आरएमओ पीके द्ववेदी, नवीन मंडी सचिव व मंडी सचिव सफदरगंज सहित सभी विपणन निरीक्षकों की धरना स्थल पर ड्यूटी लगा दी थी।

यह अधिकारी अधीनस्थों के साथ धरना स्थल पर डटे रहे और एक-एक ट्राली गिनकर संबंधित किसान को उसके क्षेत्र की नजदीकी राइस मिलर्स के यहां धान ले जाने के लिए टोकन दिया।

किसानों की अनदेखी न करें प्रशासन:

धरने में आए भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ¨सह चौहान ने कहा कि प्रशासन किसानों की अनदेखी न करें, अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को धान के साथ धरने में आना प्रशासन की नाकामी का सूचक है, क्योंकि प्रशासन ने जिन्हें समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के लिए नामित किया वह उससे तीन-चार सौ रुपये कम मूल्य का भुगतान कर रहे हैं।

भाकियू प्रांतीय महासचिव मुकेश ¨सह ने कहा कि प्रशासन पहले से ही सजग होता तो दूर-दराज से किसानों को धान के साथ आने की जरूरत न पड़ती, क्रय केंद्रों पर खरीद में तेजी न लाई गई तो फिर धरना दिया जाएगा।

धरने में जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा, अनुपम वर्मा, दिनेश चंद्र, लायकराम, रामानंद, भगौती, पवन कुमार, सुरेश, राधेराम, शिवराम, गनेश प्रसाद, जगमोहन, नंद किशोर, गोपीचंद्र, इंदल, राम सजीवन आदि शामिल थे।

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