फसल बर्बादी से बदहवास दंपती ने खुद को फूंका

कमासिन, संवादसूत्र : फसल बर्बादी से होने वाली मौतों की सूची में आज एक काला अध्याय जुड़ गया। कमासिन था

By Edited By: Publish:Mon, 27 Apr 2015 01:19 AM (IST) Updated:Mon, 27 Apr 2015 01:19 AM (IST)
फसल बर्बादी से बदहवास दंपती ने खुद को फूंका

कमासिन, संवादसूत्र : फसल बर्बादी से होने वाली मौतों की सूची में आज एक काला अध्याय जुड़ गया। कमासिन थाना क्षेत्र के अछरील गांव में एक दंपती ने खुद को बार-बार बर्बाद होती फसल से आहत होकर खेत पर ही फूंक डाला। दोनों के शव खेत में फसल की लांक में बुरी तरह से जले हुई हालत में मिले। घटना से आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई है। मौके पर पहुंचे प्रभारी थानाध्यक्ष कमासिन निर्मल बाजपेई ने कहा कि आग दोनों ने खुद लगाई है और आग लगाने का कारण बार-बार उनकी फसल बर्बाद होना है जिसे दोनों पति-पत्नी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे और बीते कई दिनों से लगातार बदहवास हालत में थे। घटना रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे की है।

बताते हैं कि कमासिन के बेहद दूरस्थ इलाके में बसे अछरील गांव में रहने वाले रामकृपाल यादव (60) कुल 28 बीघा जमीन के मालिक हैं। उनके दो पुत्र व एक पुत्री है। दोनों बेटे शादी के बाद से अलग रह रहे हैं। बेटी की भी शादी हो चुकी है। बेटों ने अपने हिस्से की जमीन अलग कर ली है। दंपती के हिस्से में आई जमीन पर होने वाली फसलें बार-बार खराब हो रही थी। इस सदमे से दोनों पति-पत्नी कई दिनों से बदहवास सी हालत में थे। रविवार शाम रामकृपाल अपनी पत्नी बच्ची देवी (55) के साथ खेत पर पहुंचे। समय करीब चार बजे का था। आसपास के लोगों का कहना है कि दोनों काफी देर तक खेत में रखी बर्बाद फसल की लांक (ढेर) को देखते रहे। इसके बाद पति ने लांक में आग लगा दी और कुछ देर बाद जब लांक धू-धू कर जल उठी तो किसान ने उसमें छलांग लगा दी। पति को आग की लपटों से घिरा देख पहले तो महिला ने पति को बचाने का प्रयास किया। लेकिन बाद में खुद को असफल देख खुद भी उसी आग में चली गई। कुछ ही पल में दोनों की धू-धूकर जलकर मौत हो गई। दोनों की उसी में जलकर मौत हो गई। आसपास मौजूद इक्का-दुक्का लोगों ने यह भयावह दृश्य देखा तो उनके होश उड़ गए। किसी तरह बचाने को लोग चिल्लाते हुए दंपति की ओर दौड़े लेकिन चाहकर भी उनको नहीं बचा पाए। गांव वालों की सूचना पाकर एसडीएम विनय पाठक, सीओ यशवीर सिंह व एसओ कमासिन पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने की कार्यवाही की। उपनिरीक्षक निर्मल बाजपेयी, सीओ यशवीर सिंह, एसडीएम विनय कुमार पाठक मौके पर पहुंचे। एसडीएम श्री पाठक ने कहा कि महिला किसान की मौत को दुर्घटना मानते हुए किसान दुर्घटना का लाभ दिलाया जाएगा। जबकि उसके पति ने खुद आग लगाई है। इसलिए उसको यह लाभ नहीं मिलेगा। हालांकि एसडीएम का कहना है कि दोनों ओर से पारिवारिक कलह इस घटना का कारण है।

chat bot
आपका साथी