सरकार जल्द करें जनपद सूखाग्रस्त घोषित

By Edited By: Publish:Mon, 01 Sep 2014 01:27 AM (IST) Updated:Mon, 01 Sep 2014 01:27 AM (IST)
सरकार जल्द करें जनपद सूखाग्रस्त घोषित

चित्रकूट, जागरण संवाददाता : सूखाग्रस्त जिला घोषित करने को लेकर किसान भगवान व सरकार की ओर आशा भरी निगाह से टकटकी लगाए हैं लेकिन दोनों उस पर मेहरबान नहीं हो रहे हैं। ऐसे में किसान तो सड़क में उतर आए हैं अब जन प्रतिनिधियों और राजनैतिक दलों को भी आगे आना चाहिए। सूखे से जूझ रहे जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने में हो रही देरी से जनप्रतिनिधि खासे नाराज हैं। उनका नाराज होना लाजमी भी है। आषाढ़, सावन बीत गया है और भादों को चंद दिन बचे हैं लेकिन अभी तक जनपद में सिर्फ 365 एमएम वर्षा हुई है। गुजरे वर्ष में अतिवृष्टि और ओला से तबाह हो चुका किसान इस बार सूखा से परेशान है। किसान कर्ज में डूबे हैं लेकिन सरकार ने सूखे से निपटने के लिए अभी तक किसी प्रकार के राहत कार्य शुरु नहीं किए हैं। ऐसे में किसानों व आमजन के साथ जनप्रतिनिधि किस स्तर तक खड़े हैं उसको लेकर उनकी राय...

जैसे बांदा व चित्रकूट के हालात हैं तत्काल सूखाग्रस्त घोषित होना चाहिए। दोनों जनपद के जिलाधिकारी से कहा गया है कि तहसील स्तर से सूखे की रिपोर्ट बनाकर सरकार को अवगत कराएं। जिससे शासन यहां की वास्तविक स्थिति से अवगत हो सके। उनकी नजर में तो पूरी तरह से दोनों जनपद सूखे से जूझ रहे हैं। जबकि केंद्र सरकार ने सूखे के लिए पहले ही कार्य योजना बना ली है। जैसे ही प्रदेश सरकार दोनों जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करती है केंद्र से राहत कार्य शुरु हो जाएंगे।

भैरों प्रसाद मिश्रा (सांसद)

सावन में ही एक पखवारा बारिश हुई है इसके बाद पूरा एक माह होने को है अभी तक जनपद में बूंदा-बांदी छोड़ कर बारिश नहीं हुई है ऐसे में जिला को सूखाग्रस्त घोषित होना चाहिए। इसके लिए वह किसानों के साथ हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव से इसके लिए जल्द मिलेंगे। उनका प्रयास होगा जल्द जनपद सूखाग्रस्त घोषित हो।

शिवशंकर सिंह यादव (जिला पंचायत अध्यक्ष)

जिले में पूरा तरह से सूखा है। भादों बीतने को है लेकिन इस माह बारिश ही नहीं हुई है। कर्ज में डूबा किसान परेशान है। जनपद को जल्द सूखाग्रस्त घोषित होना चाहिए। वह सत्ता पक्ष के विधायक हैं इसलिए शासन और प्रशासन से बात करेंगे। बीते दिनों मुख्यमंत्री ने जनपद को आंशिक सूखाग्रस्त माना है लेकिन उनको सही रिपोर्ट करके जिले को भीषण सूखाग्रस्त की सूची में शामिल कराया जाएगा।

वीर सिंह पटेल (सदर विधायक)

जिले का किसान लगातार दो साल से पड़ रही दैवीय आपदा (अतिवृष्टि व सूखा) से पूरी तरह तबाह है। सरकार ने वादा खिलाफी कर किसानों का कर्ज भी माफ नहीं किया। ऐसे में कर्ज में डूबा किसान आत्महत्या करने को लाचार है। किसानों के पास अपने खाने को अनाज और जानवरों के लिए भूसा की व्यवस्था नहीं है। इसके बाद भी सरकार ने अभी तक जिले को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया है। पहले इसके लिए शासन व प्रशासन से बात करेंगे यदि इसके बाद भी कुछ नहीं होता है तो आंदोलन को सड़क में उतरेंगे।

चंद्रभान सिंह पटेल (मानिकपुर विधायक)

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