जांच से पहले ही सपा नेता को पुलिस की क्लीन चिट

By Edited By: Publish:Mon, 01 Sep 2014 01:27 AM (IST) Updated:Mon, 01 Sep 2014 01:27 AM (IST)
जांच से पहले ही सपा नेता को पुलिस की क्लीन चिट

बांदा, जागरण संवाददाता : सपा नेता सहित चार लोगों पर लूटपाट के आरोप पर पुलिस ने सुपरवाइजर की ओर से मामले की तहरीर तो ली लेकिन पुलिस पहले से ही एक तरफा भूमिका में नजर आ रही है। कोतवाली पुलिस का कहना है कि मामला लूट का नहीं लग रहा है बल्की मारपीट व नोकझोंक का लग रहा है। मामले में जांच के बाद पुलिस क्या कार्रवाई करेगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

बीते दिन समाज कल्याण निगम के सुपरवाइजर अरबिंद कुमार निगम ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया था कि सदर विधायक की ओर संस्तुति पर बुंदेलखंड विकास निधि से कहला गांव में सीसी रोड का निमार्ण करा रहा था। वहां पर शनिवार की दोपहर सपा के पूर्व जिला महासचिव राजेंद्र यादव समेत चार अन्य लोगों शराब के नशे में पहुंचे और अवैध वसूली के तहत रुपयों की मांग की। उनका कहना था कि सीसी निमार्ण मानक अनुरूप नहीं हो रहा है नहीं तो शासन को पत्र भेजकर शिकायत करेंगे। इसके बाद भी जब सुपरवाइजर ने पैसा देने से मना किया तो सपा नेता व उनके साथियों ने आपा खोते हुए सुपरवाइजर को गांव वालों के सामने ही पीटते हुए सोने की चैन व जेब में पडे़ 15 हजार रुपये छीन लिए हैं। इसके बाद सुपरवाइजर ने शहर कोतवाली पहुंचकर प्रभारी केबी सिंह को पूरी दास्तां बताई और तहरीर देकर मामला दर्ज कराने की मांग की थी। हालांकि पुलिस ने अबतक मुकदमा नहीं लिखा है। हैरत की बात तो यह है कि रातभर में ही शहर कोतवाली के सुर बदल गए और अब वह यह कहने लगी कि मामला लूट का नहीं है बल्की नोंकझोक व मारपीट का लग रहा है। जांच से पहले ही पुलिस के यह बोल, बता रहे हैं कि उसकी कार्रवाई कैसी होगी।

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नहीं कराया पीड़ित का डाक्टरी मुआयना

बांदा : खास बात यह है कि पुलिस ने दूसरे दिन तक पीड़ित का डाक्टरी परीक्षण तक नहीं कराया है। पुलिस का कहना है कि सुपरवाइजर को डाक्टरी परीक्षण के लिए बुलाया गया था लेकिन वह अभी तक नही आये हैं जबकि मामले में पुलिस को सबसे पहले पीड़ित का डाक्टरी परीक्षण उसी समय करा लेना चाहिए था जब वह तहरीर देने के लिए आया था।

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