महर्षि दयानंद ने समाज को दिखाई सत्य की राह

बलरामपुर : नगर के खलवा मुहल्ले में स्थित आर्य समाज मंदिर में आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानं

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 09:27 PM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 09:27 PM (IST)
महर्षि दयानंद ने समाज को दिखाई सत्य की राह
महर्षि दयानंद ने समाज को दिखाई सत्य की राह

बलरामपुर : नगर के खलवा मुहल्ले में स्थित आर्य समाज मंदिर में आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद का 135वां निर्वाण दिवस मनाया गया। जिसमें आर्य वीर दल के पदाधिकारियों ने वैदिक रीति-रिवाज से यज्ञ अनुष्ठान कर महर्षि के जीवन पर प्रकाश डाला। आर्य समाज के उद्देश्य से भी लोगों को रूबरू कराया। मंडलीय संयोजक अशोक कुमार आर्य ने कहाकि महर्षि की जीवन गाथा एवं आर्यसमाज पर प्रकाश डालते हुए कहाकि सन 1883 में दिपावली के दिन महर्षि ने शरीर का परित्याग किया था। इससे पूर्व वह वैदिक धर्म का प्रचार व देश हित की रक्षा के लिए आर्य समाज का दीप जला चुके थे। उनका उद्देश्य समाज को सही राह दिखाना था। कहाकि सद्मार्ग का अनुसरण कर समाज के हित में कार्य करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। कहाकि समाज में व्याप्त कुरीतियां, भ्रष्टाचार, नशाखोरी, पाखंड व महिला उत्पीड़न को समाप्त करने के लिए लोगों को वैदिक धर्म की ओर लौटना चाहिए। वेद ही लोगों को सही राह दिखाते हैं। महामंत्री सत्यप्रकाश व अधिवक्ता हरिकांत मिश्र ने सराहनीय कार्य के लिए शुभम चौहान को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में सुशील कुमार ने भजन व शांति पाठ भी कराया। राजकुमार, कमलेश्वर प्रसाद, आनंद चौहान, आदित्य प्रसाद तिवारी व गौरव गुप्त मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी