मर्ज कोई भी हो, यहां दवाएं एक जैसी

सिविल लाइन व पानीटंकी फीडर पर नंगे तार उतारकर केबल लगाई जा रही है। इसके लिए सुबह 10 बजे ही आपूर्ति बंद कर दी जाती है। जो शाम सात बजे के बाद ही बहाल की जाती है। जिससे दोनों फीडर के उपभोक्ताओं को पेयजल के लिए भटकना पड़ता है। किस मोहल्ले में तार बदला जाएगा। इसकी सूचना भी एक दिन पूर्व नहीं दी जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Jul 2019 11:07 PM (IST) Updated:Tue, 30 Jul 2019 06:28 AM (IST)
मर्ज कोई भी हो, यहां दवाएं एक जैसी
मर्ज कोई भी हो, यहां दवाएं एक जैसी

बलरामपुर :

दृश्य एक : दोपहर 12.05 बजे, जिला मेमोरियल चिकित्सालय। गेट पर बाइक का जमावड़ा होने से एंबुलेंस बाहर खड़ी थी। ओपीडी पर्चा काउंटर व दवा वितरण खिड़की पर मरीजों की लंबी कतार दिखी। पर्चा व दवा लेने वाले धक्का-मुक्की करते रहे। भीड़ के कारण कई मरीज फर्श पर बैठे थे। दृश्य दो : 12.10 बजे। सदर ब्लाक के बल्दीडीह निवासी घनश्याम दवा लेकर आते दिखे। बताया कि पेट दर्द व कमजोरी के लिए आयरन, फोलिक एसिड, पैरासीटामाल, एसीलाक व एक अन्य दवा मिली है। बलुहा मुहल्ला से आए अहमद को सर्दी-जुकाम, बुखार व खांसी के लिए भी वही दवा मिली थी। बताया कि मांगने पर भी खांसी की सीरप नहीं मिली। दृश्य तीन : 12.15 बजे। बच्चे के उल्टी-दस्त का इलाज कराने कौआपुर से आईं शहनाज ने भी पैरासीटामाल व एसीलाक दिखाया। लाइन में खड़ी शकीला, पप्पू व कासिम ने बताया कि यहां सबको एक ही दवा मिलती है। शिकायत करने पर डॉक्टर बाहरी दवा लिखते हैं। दृश्य : 12.30 बजे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सर्जिकल वार्ड की धुलाई करते मिले। बाहर खड़े तीमारदार संतोष, लक्ष्मी, राधेश्याम व दीपक ने बताया कि सुबह से वार्ड में फैली गंदगी पर मक्खियां भिनभिना रहीं थी। बिजली जाने पर गर्मी में जूझना पड़ता है। पेयजल की व्यवस्था भी नहीं है।

यह बानगी भर है। ग्रामीण क्षेत्र से इलाज को अस्पताल आने वाले मरीजों की परेशानी कम नहीं हो रही है। ओपीडी में गर्मी से बचाव व शौचालय की सुविधा नहीं है। कर्मचारी सर्दी जुकाम, उल्टी-दस्त, हृदय रोगी व हड्डी वाले मरीजों को एक ही दवा बांटते है। शिकायत करने पर डॉक्टर मरीज को बाहरी दवा का पर्चा थमा देते हैं, लेकिन मरीजों की परेशानी दूर करने वाला कोई नहीं है। सोमवार को अस्पताल में 17 के सापेक्ष सात चिकित्सक ओपीडी करते दिखे। मिल रहीं दवाएं :

- सीएमएस डॉ. एसएचआइ जैदी का कहना है कि सोमवार को वह अवकाश पर थे। अस्पताल में सभी दवाएं उपलब्ध हैं। मरीजों को बीमारी के अनुसार दवा दी जा रही है।

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