राहत कार्य में लापरवाही पर फटकार, सख्त निर्देश

बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण शुरू नहीं होने से नाराज जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने बैरिया के एसडीएम दुष्यंत कुमार मौर्य व तहसीलदार श्रवण कुमार राठौर की जमकर फटकार लगाई। बाढ़ पीड़ितों के बीच ही जिलाधिकारी ने दोनों अधिकारियों को काफी भला-बुरा कहा। बाद में किसी तरह शांत हुए जिलाधिकारी ने बांसडीह के तहसीलदार गुलाब चंद्रा को नोडल अधिकारी नियुक्त कर अपने देखरेख में राहत सामग्री का वितरण व बचाव राहत कार्य कराने का निर्देश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Sep 2019 06:26 PM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 06:26 PM (IST)
राहत कार्य में लापरवाही पर फटकार, सख्त निर्देश
राहत कार्य में लापरवाही पर फटकार, सख्त निर्देश

जासं, बैरिया (बलिया) : बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण शुरू नहीं होने से नाराज जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने बैरिया के एसडीएम दुष्यंत कुमार मौर्य व तहसीलदार श्रवण कुमार राठौर को जमकर फटकार लगाई। बाढ़ पीड़ितों के बीच ही जिलाधिकारी ने दोनों अधिकारियों को काफी भला-बुरा कहा। बाद में किसी तरह शांत हुए जिलाधिकारी ने बांसडीह के तहसीलदार गुलाब चंद्रा को नोडल अधिकारी नियुक्त कर अपने देखरेख में राहत सामग्री का वितरण व बचाव राहत कार्य कराने का निर्देश दिया। वहीं जिलाधिकारी ने नाव पर सवार होकर गांव में जाकर बाढ़ पीड़ितों का कुशलक्षेम जाना और उन्हें भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश सरकार आपके साथ है। बाढ़ दैवीय आपदा है, कितु इस दैवीय आपदा में आप को कम से कम परेशानी हो, इसके लिए हम लोग सतत प्रयत्नशील हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच राहत सामग्री का वितरण शुरू

बैरिया के सीओ उमेश कुमार की देख-रेख में पुलिस की कड़ी सुरक्षा में गुरुवार को बाढ़ पीड़ितों में बाढ़ राहत सामग्री का पैकेट वितरित किया गया। जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, दो किलो भुना हुआ चना, दो किलो अरहर का दाल, आधा किलो नमक, एक पाव हल्दी, एक पाव मिर्च, एक पाव धनिया, एक पाकेट मोमबत्ती, एक पाकेट माचिस, 10 पाकेट बिस्कुट, एक लीटर रिफाइन, 10 किलो आलू व दो किलो ग्राम लाई शामिल थी। सांसद आदर्श गांव में भी जीवन अस्त-व्यस्त

दुबहड़ : सांसद आदर्श ग्राम ओझवलिया में बाढ़ से गांव व मुहल्लों में संकट पैदा हो गया है। पूरा गांव टापू बन गया है। इससे पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। पशुओं को खिलाने के लिए चारा नहीं है, लोगों को भोजन बनाने से लेकर अन्य सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत ओझवलिया के अंतर्गत पांच पुरवे त्रिलोकपुर मठिया, डमर छपरा, आर्त दूबे का छपरा, हरिछपरा, सरवहनपुर सहित ओझवलिया गांव के लोग बाढ़ की दुश्वारियां झेल रहे हैं। नाव नहीं होने के चलते लोग अपने घरों के जरूरी सामान व दवाइयों की खरीदारी नहीं कर रहे हैं। बिजली के अभाव में पानी टंकी व मोबाइल शो-पीस बन कर रहे गए हैं। अंधेरे में डूबे इस इलाके में विषैले जीवों का खतरा भी बढ़ गया है। सड़क पर चढ़ा पानी

फेफना : स्थानीय थाना क्षेत्र के चेरुइयां, बैरिया मोहान के मठिया, बघड़ा के मठिया, छोटकी नरही सहित दर्जनों गांवों के लिए जाने वाले सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है। सुरक्षित ठिकानों कि तलाश में बाढ़ पीड़ित गांव से बाहर भाग रहे हैं। अभी तक शासन-प्रशासन की तरफ से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। ठोस कदम नहीं उठाया गया जिससे ग्रामीणों काफी आक्रोश व्याप्त है। बाढ़ पीड़ितों ने शासन प्रशासन के लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया है।

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