बाढ़ खंड करेगा दुबेछपरा संपर्क मार्ग का निर्माण

दो साल पूर्व गंगा के बाढ़ में बहे दुबेछपरा-उदई छपरा एनएच 31 संपर्क मार्ग को दोबारा बनवाने को जब अधिकांश विभागों ने जताई असमर्थता, तब जिलाधिकारी ने बाढ़ खंड को प्राक्कलन बनाकर प्रेषित करने को कहा है ताकि शासन को धन की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा जा सके।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Dec 2018 05:54 PM (IST) Updated:Sun, 09 Dec 2018 05:54 PM (IST)
बाढ़ खंड करेगा दुबेछपरा संपर्क मार्ग का निर्माण
बाढ़ खंड करेगा दुबेछपरा संपर्क मार्ग का निर्माण

जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): दो साल पूर्व गंगा के बाढ़ में बहे दुबेछपरा- उदई छपरा एनएच 31 संपर्क मार्ग को दोबारा बनवाने को जब अधिकांश विभागों ने जताई असमर्थता, तब जिलाधिकारी ने बाढ़ खंड को प्राक्कलन बनाकर प्रेषित करने को कहा है ताकि शासन को धन की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा जा सके। इंटक के जिलाध्यक्ष के प्रार्थना पत्र पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी बैरिया व एसडीएम बैरिया को पत्र लिखकर मनरेगा से उक्त क्षतिग्रस्त सड़क का पुनर्निर्माण कराने को निर्देशित किया तो खंड विकास अधिकारी रणजीत कुमार ने यह कहते हुए उक्त सड़क बनवाने में असमर्थता जताई कि वहां के काश्तकार मिट्टी नहीं काटने दे रहे हैं, फलस्वरूप यह काम मनरेगा से नहीं हो सकता है। तब डीएम ने इस सड़क के पुनर्निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को लिखा, लोक निर्माण विभाग ने जिलाधिकारी को बताया कि यह सड़क वास्तव में ¨रग बंधा है और ¨सचाई विभाग का है, ¨सचाई विभाग ही इस पर काम कराएगा।

जिलाधिकारी ने ¨सचाई विभाग को उक्त सड़क के पुनर्निर्माण को जब लिखा तो ¨सचाई विभाग ने जिलाधिकारी को बताया कि यह बाढ़ खंड का कार्य है उससे कराया जाए। अंतत: जिलाधिकारी के सख्त निर्देश पर बाढ़ खंड प्राक्कलन बनाने को तैयार हुआ है। इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद ¨सह का कहना है जिलाधिकारी द्वारा एक जनहित के कार्य पर सभी विभागों को पत्र लिखना जहां जिलाधिकारी के संवेदनशीलता को परिलक्षित करती है। वहीं संबंधित विभागों का इंकार उनके संवेदनहीनता को दर्शाता है। जागरूक लोगों ने जिलाधिकारी से लोक निर्माण विभाग, ¨सचाई विभाग व बीडीओ बैरिया के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।

chat bot
आपका साथी