सोचेंगे, समझेंगे, वोट करेंगे और क्या..

By Edited By: Publish:Fri, 25 Apr 2014 12:02 AM (IST) Updated:Fri, 25 Apr 2014 12:02 AM (IST)
सोचेंगे, समझेंगे, वोट करेंगे और क्या..

बहराइच : मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग सोच-समझकर करें। पांच वर्षो के लिए वे अपना जनप्रतिनिधि चुन रहे हैं। वही उनकी उम्मीदों को पूरा करेंगे। उनके हक के आवाज को आगे बढ़ाएंगे। ऐसे में प्रत्याशियों को चयन के लिए गंभीरता जरूरी है। हम बिना सोचे-समझे वोट नहीं करेंगे।

प्राची श्रीवास्तव, एमएससी प्रथम वर्ष

युवाओं की भागीदारी हर क्षेत्र में बढ़ी है। काफी संख्या में युवा पहली बार मतदाता बने हैं। जो भी प्रत्याशी हमारी कसौटी पर खरा उतरेगा उसे ही वोट देंगे। मतदान की जागरुकता के आयोग के प्रयास सराहनीय है।

सरिता मिश्र, छात्रा

मतदान सभी का मिला-जुला प्रयास है। लोग अधिक से अधिक संख्या में वोट डालें, यह जरूरी है। वोट जितना ज्यादा पड़ेगा, लोगों की अभिव्यक्ति उतनी ज्यादा सामने आएगी। हर व्यक्ति का दायित्व है कि वह मतदान हरहाल में जरूर करे।

स्वर्णिमा श्रीवास्तव, छात्रा

लोकतंत्र की मजबूती के लिए लोगों को एक दिन का समय देने की आवश्यकता है। पांच वर्षो की तुलना में यह समय काफी कम है। हम अपने भविष्य के लिए खुद की राहों का रोडमैप तैयार कर सकते हैं। लिहाजा सभी लोग वोट जरूर डालें।

स्वाती गुप्ता, ब्राह्माणीपुरा

हमारे लिए वे मतदाता आदर्श हैं जो वृद्ध होने की अवस्था में भी वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पहुंचते हैं। युवाओं को इसमें बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए। जो हक मिला है उसे पूरा करें।

अर्चना, एमए कानूनगोपुरा

मतदाता को बिना सोचे-समझे वोट नहीं करना चाहिए। यह ठीक है कि हम पहली बार वोट कर रहे हैं, लेकिन सोचेंगे, समझेंगे उसके बाद ही वोट डालेंगे। जो विकास और रोजगार की बात नहीं करता उसे वोट देने का क्या मतलब? पहले कसौटी पर परखें फिर वोट दें।

प्रीती गुप्ता, बीए, मीराखेलपुरा

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