बकाया गन्ना भुगतान को लेकर नाराज हुए डीएम

बागपत जेएनएन। डीएम राज कमल यादव ने कलक्ट्रेट में मिलों के अधिकारियों की बैठक लेकर गन्ना

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 09:33 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 09:33 PM (IST)
बकाया गन्ना भुगतान को लेकर नाराज हुए डीएम
बकाया गन्ना भुगतान को लेकर नाराज हुए डीएम

बागपत, जेएनएन। डीएम राज कमल यादव ने कलक्ट्रेट में मिलों के अधिकारियों की बैठक लेकर गन्ना भुगतान की समीक्षा कर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। चीनी मिलों पर गत साल का 428 करोड़ रुपये बकाया है।

बागपत के किसानों को किनौनी चीनी मिल पर 83.89 करोड़ रुपये, भैसाना चीनी मिल पर 31.34 करोड़

रुपये, मलकपुर मिल पर 240 करोड़ रुपये, मोदीनगर मिल पर 13 करोड़, रमाला मिल पर 17 करोड़, और बागपत चीनी मिल पर 24 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान बकाया है।

डीएम ने सख्त रुख अपनाकर जिला गन्ना अधिकारी को मिल अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मिलों के फुल क्षमता पर चलाने की हिदायत दी, ताकि गन्ना कटाई जल्द होने से गेहूं बुआई हो सकें। जिला गन्ना अधिकारी डा. अनिल कुमार भारती ने बताया कि बागपत और रमाला मिल के अधिकारियों ने पंद्रह दिसंबर तक भुगतान करने का आश्वासन दिया है।

ईपीई पर बने गड्ढे दे रहे हादसों को न्योता

संवाद सूत्र, चांदीनगर : ईपीई पर एनएचएआइ की अनदेखी के कारण कई स्थान पर गड्ढे बन गए है। इससे वाहन चालकों को परेशानी तो होती ही है दुर्घटनाओं का अंदेशा भी बना रहता है। देश का हाईटेक ईपीई से रोजाना हजारों वाहन गुजरते है। इसमें अधिकांश वाहन ओवरलोड होते हैं। तीन माह पूर्व हुई बारिश, ओवरलोड वाहनों के चलने से मार्ग पर जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। इससे वाहन चालकों को असुविधा उठानी पड़ रही है। खासकर रात के समय ज्यादा परेशानी उठानी होती है। इन गड्ढों के कारण प्रतिबंधित दो पहिया वाहन चालक आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार होते रहते हैं। हालांकि एनएचएआई ने गत दिनों मार्ग पर कई स्थान पर गड्ढों की मरम्मत का कार्य शुरू किया था, लेकिन वह अधर में ही रुक गया है। जगह जगह गहरे गड्ढे व दरारें आने से वाहन चालकों को असुविधा हो रही है। खासकर तय गति सीमा पर वाहन दौड़ाने वाले चालकों संग हर समय हादसे का अंदेशा रहता है। चालकों एनएचएआइ अधिकारियों से गड्ढों को भरवाने की मांग की है।

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