मुन्ना बजरंगी हत्याकांड : कारागार सुधार समिति ने देखा जेल में कैसे पहुंची पिस्टल
पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद कारागारों में सुधार के लिए गठित की गई सुधार समिति ने रविवार को बागपत कारागार का औचक निरीक्षण किया।
बागपत (जेएनएन)। पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद कारागारों में सुधार के लिए गठित की गई सुधार समिति ने रविवार को बागपत कारागार का औचक निरीक्षण किया। समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह, सदस्य पूर्व अपर महानिदेशक कारागार हरिशंकर व अपर महानिरीक्षक कारागार डॉ. शरद कुलश्रेष्ठ ने करीब साढ़े तीन घंटे तक जेल की व्यवस्था देखी। आखिर किस चूक से जेल में पिस्टल पहुंची, इसका पता लगाने का प्रयास किया और आगे जेल में कोई घटना न हो, इसकी रणनीति बनाई। पूर्व डीजीपी का कहना है कि जेल की सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था के लिए जल्द ही शासन को रिपोर्ट दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय कारागार सुधार समिति पता लगा रही है कि जेलों में कई चक्र की सुरक्षा व्यवस्था व तलाशी के बावजूद मोबाइल, नशीला पदार्थ ही नहीं पिस्टल जैसे हथियार बंदियों तक कैसे पहुंच रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक सबसे पहले समिति के सदस्यों ने डीएम ऋषिरेंद्र कुमार व एसपी जय प्रकाश के साथ बैठक की। इसके बाद सभी दोपहर पौने 12 बजे जेल पहुंचे। उन्होंने जेल का बारीकी से निरीक्षण किया। एक-एक सुरक्षा प्वाइंट के साथ रिकार्ड देखा। जेल स्टाफ से मुन्ना बजरंगी हत्याकांड से संबंधित जानकारी की। जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र व अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की। अफसर सवा तीन बजे जेल से बाहर आए। पूर्व डीजीपी ने बताया कि टीम ने बैरक, सेल आदि का निरीक्षण किया। डीएम, एसपी, जेल के वार्डन व वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की गई और अनुभव के आधार पर सुझाव लिए। सुरक्षा के मद्देनजर प्वाइंट नोट किए हैं।