कमजोर बैरीकेडिंग न बन जाए मुसीबत

By Edited By: Publish:Thu, 24 Jul 2014 12:25 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jul 2014 12:25 AM (IST)
कमजोर बैरीकेडिंग न बन जाए मुसीबत

बागपत : पुरा कांवड़ मेले में जब भी हादसे हुए हैं, उसका जिम्मेदार कमजोर बैरीकेडिंग व्यवस्था रही है। कांवड़िये व श्रद्धालु हर बार हादसे का शिकार होकर घायल होते हैं। इस बार भी प्रशासन ने कमजोर बैरीकेडिंग लगाई है, अगर भीड़ अचानक बढ़ी और आगे निकलने की होड़ मची तो यह बैरीकेडिंग भी टूट जाएगी। ऐसे में श्रद्धालु मुसीबत में आ सकते हैं।

लगता है प्रशासन पिछले वर्षो में कांवड़ मेले के दौरान होने वालों हादसों से सबक नहीं लेना चाहता। यहां कांवड़ मेले के दौरान बैरीकेडिंग व्यवस्था हमेशा हल्की फुल्की और कमजोर तरीके से लगाई गई। जिस बल्ली को जमीन में गाड़ा गया वह भी गहराई तक नहीं गाड़ा गया। भीड़ 5 से 10 लाख तक हो जाती है, ऐसे में लाइन में लोग खचाखच लगे होते हैं। सब जल्दबाजी में रहते हैं, ऐसे में बैरीकेडिंग पर दबाव बढ़ते ही वह धराशायी हो जाती है। बैरीकेडिंग टूटने से महिलाएं, बच्चे और बूढे़ नीचे दब जाते हैं। ऐसे हादसों का दोहराव रोकने के लिए अभी से चेत जाना चाहिए। 24 की रात और 25 की सुबह-दोपहर करीब 10-15 लाख श्रद्धालुओं का दबाव संभालने योग्य बैरीकेडिंग लगवानी होगी। इस संबंध में एसपी जेके शाही ने कहा कि गुरुवार को बैरीकेडिंग को और अधिक मजबूत किया जाएगा। किसी प्रकार का हादसा नहंी होने दिया जाएगा।

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