संशोधित :: पांचवें दिन भी कागज दौड़ाते रहे अधिकारी, दर्ज नहीं हुआ मुकदमा

महाराष्ट्र की बीज कंपनी के खराब बीज से 700 किसानों की फसल बर्बाद हो गई लेकिन प्रशासन पांच दिन से कागजों में उलझा हुआ है। नोटिसबाजी के चक्कर में शनिवार को भी मुकदमा दर्ज नहीं कराया जा सका।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 01:08 AM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 05:01 AM (IST)
संशोधित :: पांचवें दिन भी कागज दौड़ाते रहे अधिकारी, दर्ज नहीं हुआ मुकदमा
संशोधित :: पांचवें दिन भी कागज दौड़ाते रहे अधिकारी, दर्ज नहीं हुआ मुकदमा

जेएनएन, बदायूं : महाराष्ट्र की बीज कंपनी के खराब बीज से 700 किसानों की फसल बर्बाद हो गई, लेकिन प्रशासन पांच दिन से कागजों में उलझा हुआ है। नोटिसबाजी के चक्कर में शनिवार को भी मुकदमा दर्ज नहीं कराया जा सका। डीएम के आदेश पर कृषि विभाग के अधिकारी तहरीर लेकर सिविल लाइंस थाने भी पहुंचे, लेकिन यह कहकर तहरीर नहीं ली गई कि इस क्षेत्र का कोई मामला ही नहीं है। मामला फिर उच्चाधिकारियों के पास पहुंचा तो अब शनिवार को दातागंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही जा रही है। दातागंज और बिसौली क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की धान की फसल बर्बाद हो गई। किसान सप्ताहभर से कृषि विभाग के अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। विभाग के अधिकारियों ने खेत पर जाकर स्थिति भी देखी। जांच पड़ताल में यह बात भी सामने आ गई कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले की कीर्तिमान एग्रोजेनेटिक्स कंपनी ने बरेली समेत सम्भल जिले के बीज दुकानदारों से गौरी ब्रांड धान बीज बेचा था। इन दुकानदारों से बिसौली और दातागंज तहसील के दुकानदार बीज लेकर आए और जिले के किसानों को बेचा था। जबकि कुछ किसान खुद बरेली और चंदौसी से बीज खरीद कर ले आए थे। दुकानदारों ने बीज से अच्छी फसल का दावा करते हुए किसानों को करीब 26 क्विटल बीज बेच दिया। फसल के समय पूरा होने पर बालियों में दाना नहीं पड़ा तो किसानों के चेहरे उतर गए। तहसील क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने कृषि कार्यालय पहुंच इसकी शिकायत की। शिकायत मिलने पर कृषि अधिकारी विनोद कुमार ने दातागंज तहसील के गांव वीरमपुर में जाकर फसल की निरीक्षण किया। जहां सैकड़ों किसानों की बर्बाद हुई फसल का सच सामने आया। पड़ोस के जिला शाहजहांपुर में भी इसी तरह का मामला आया तो वहां के प्रशासन से तत्काल एफआइआर करा दी, लेकिन यहां कृषि अधिकारी ने महाराष्ट्र की कंपनी समेत चार बीज विक्रेताओं को नोटिस भेजकर तीन दिन के अंतराल में जबाव मांगा। शुक्रवार देर शाम डीएम कुमार प्रशांत के आदेश पर जिला कृषि अधिकारी तहरीर लेकर सिविल लाइंस थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने तहरीर लेने से ही इंकार कर दिया। बाद में एसएसपी संकल्प शर्मा तक प्रकरण पहुंचा तो उन्होंने डीएम से चर्चा की और बताया कि शनिवार को किसान दातागंज क्षेत्र के हैं, इसलिए दातागंज कोतवाली में मामला दर्ज कराया जाएगा। प्रशासन की लेटलतीफी पर सवाल उठने लगे हैं। जो बीच दातागंज और बिसौली में लाकर बेचा गया, उस पर निगरानी की जिम्मेदारी भी कृषि विभाग पर भी, लेकिन किसी अधिकारी को इसकी भनक नहीं लगी कि अनाधिकृत तरीके से बीज लाकर यहां बेचा जा रहा है। अब कार्रवाई की बारी आने पर भी पांच दिनों से टाल-मटोल किया जा रहा है। इन पर दर्ज होगा मुकदमा

महाराष्ट्र की कीर्तिमान एग्रोजेनेटिक्स कंपनी

बिसौली के सुपर सीड विक्रेता

दातागंज के अमीन साहब ट्रेडर्स

बरेली के पाठकजी बीज भंडार

चंदौसी के बालाजी बीज

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