मूंगफली की फसल पर उकठा का कहर

By Edited By: Publish:Mon, 16 Sep 2013 11:26 PM (IST) Updated:Mon, 16 Sep 2013 11:27 PM (IST)
मूंगफली की फसल पर उकठा का कहर

जाका, बदायूं : पहले सफेद गिडार और दीमक ने मूंगफली की फसल को नुकसान पहुंचाया और अब मूंगफली की फसल में उकठा रोग लग गया है। किसानों ने मूंगफली की फसल को बचाने के लिए तमाम प्रयास किये मगर सफलता नहीं मिली।

करीब दो दशक पहले तक जिले में मूंगफली की खेती बड़े पैमाने पर होती थी। तब मूंगफली की फसल कैश क्राप के नाम से जानी जाती थी। इसी दौरान मूंगफली की फसल में सफेद गिडार लग गयी। इधर दीमक का भी प्रकोप हुआ। किसानों और कृषि विभाग के अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने इसकी रोकथाम के लिए प्रयास किये मगर सफलता नहीं मिली। इसका परिणाम यह हुआ कि किसानों ने मूंगफली की खेती करना छोड़ दिया। मगर अब मूंगफली की फसल में ऐसा रोग लग गया है। जिससे पौधे की जड़ें काली पड़कर सूख जाती हैं और देखते ही देखते पौधा सूखकर नष्ट हो जाता है।

बिलहत के मूंगफली उत्पादक जागन लाल ने बताया कि इस बार करीब एक एकड़ में मूंगफली की खेती की है। पिछले कुछ दिनों से फसल अचानक सूखने लगी तो इसकी जांच करने पर पता चला कि पौधे की जड़ें काली होकर सूख रही हैं। जागन लाल ने बिनावर से एक कीटनाशक विक्रेता से करीब ढाई सौ रुपये की कीटनाशक दवा खरीद कर इसका खेत में स्प्रे किया मगर इससे कुछ फायदा नहीं हुआ। इसके अलावा बिलहत के ही दयाराम, शिशुपाल की भी फसल में उकठा लग गया है।

फसल में लगा उकठा रोग

एसपीपीए शेर अली ने बताया कि मूंगफली की फसल में उकठा रोग लगा है। यह फंगस से लगता है। फंगस पौधे की जड़ों पर हमला कर सुखा देती है। इससे जमीन से पोषक तत्व पौधे को नहीें मिलते हैं और पौधा सूख जाता है।

ऐसे करें उकठा की रोकथाम

उकठा रोग की रोकथाम के लिए ट्राइकोडर्मा को गोबर की सड़ी खाद में मिलाकर खेत में डालें अथवा मोनोक्रोटोफॉस व कार्बाडाजिम का घोल बनाकर स्प्रे करना चाहिए।

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