दो बार नाप के बाद भी यूनिफार्म से महरूम दिव्यांग बच्चे

समेकित शिक्षा के प्री एक्सीलेरेटेड आवासीय लर्निग कैंप के बच्चों को अभी तक यूनिफार्म मुहैया नहीं हो सकी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 11:48 PM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 11:48 PM (IST)
दो बार नाप के बाद भी यूनिफार्म से महरूम दिव्यांग बच्चे
दो बार नाप के बाद भी यूनिफार्म से महरूम दिव्यांग बच्चे

जागरण संवाददाता, बदायूं : समेकित शिक्षा के प्री एक्सीलेरेटेड आवासीय लर्निग कैंप के बच्चों को अभी तक यूनिफार्म मुहैया नहीं हो सकी है। साथ ही सर्दी शुरू होने चुकी है। बच्चे जूते-मोजे तक से महरूम हैं। जबकि तीन अगस्त से 31 मार्च 2020 तक कैंप का संचालन किया जाएगा। इसमें पढ़ने वाले 60 दिव्यांगों को यूनिफार्म के नाम पर आश्वासन ही दिया जा रहा है। तीन महीनों पहले यूनीफार्म वितरण के लिए टेंडर के माध्यम से संस्था का चयन भी किया गया, लेकिन संस्था यूनिफार्म उपलब्ध नहीं करा रही है। समेकित शिक्षा जिला समन्वयक जितेंद्र सिंह ने बताया कि संस्था की ओर से 25-25 सेट यूनिफार्म दी गई थी, लेकिन उनका साइज बढ़ा होने की वजह से वापस कर दी गई। जूते-मोजे मुहैया न कराने पर कार्यदायी संस्था को दो नोटिस देकर ब्लैक लिस्टेड करने की चेतावनी दी है। दिव्यांग बच्चों से बात : स्कूल में यूनिफार्म के लिए दो बार नाप लिया जा चुका है लेकिन अभी तक यूनिफार्म मुहैया नहीं कराई गई है। कोई जवाब नहीं नहीं देता है।

- लक्ष्मी

परिसर के परिषदीय विद्यालय के बच्चे यूनिफार्म पहनकर आते हैं तो खुद को बिना स्कूल यूनिफार्म के देखकर बहुत अजीब सा लगता है।

- रिफा कुछ लोगों ने स्कूल आकर यूनिफार्म के लिए दो बार नाप लिया था लेकिन उसके बाद से कोई भी यूनिफार्म के बारे में न ही बता रहा या दे रहा है।

- ओम सिंह

अलग-अलग रंग की यूनिफार्म पहने अच्छा नहीं लगता। सभी बच्चे एक ही तरह का यूनिफार्म पहनें तो स्कूल में पढ़ने जैसी फीलिग होती है।

- शानू यादव

नहीं उठाता कैंप गेट का कूड़ा

एक ही परिसर में परिषदीय और दिव्यांगों के आवासीय कैंप का संचालन होने के बाद भी गेट से ही उन्हें बीमारियां बांटी जा रही है। वर्षों से गेट पर ही कूड़ा डाला जा रहा है। विभाग की ओर से कई बार नगर पालिका से मांग की गई लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। बच्चे नाक बंद करके ही स्कूल में प्रवेश करते हैं।

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