सजा सही पर मिलने में हुई देरी

जेएनएन बदायूं सात साल तीन महीने और चौथे डेथ वारंट के लंबे इंतजार के बाद निर्भया के चारों गुनाहगारों को मिली फांसी की सजा से आधी आबादी में शुक्रवार की सुबह के साथ न्याय की एक नई किरण जागी है। लेटलतीफ ही सही पर निर्भया और उसके परिवार न्याय मिला गया। लगातार कानूनी दांवपेच से बचते आ रह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Mar 2020 11:52 PM (IST) Updated:Fri, 20 Mar 2020 11:52 PM (IST)
सजा सही पर मिलने में हुई देरी
सजा सही पर मिलने में हुई देरी

जेएनएन, बदायूं : सात साल, तीन महीने और चौथे डेथ वारंट के लंबे इंतजार के बाद निर्भया के चारों गुनाहगारों को मिली फांसी की सजा से आधी आबादी में शुक्रवार की सुबह के साथ न्याय की एक नई किरण जागी है। लेटलतीफ ही सही पर निर्भया और उसके परिवार न्याय मिला गया। लगातार कानूनी दांवपेच से बचते आ रहे चारों दोषियों को सुबह साढे पांच बजे सजा दे दी गई। नींद से आंखे खुली तो सोशल मीडिया पर फांसी की खबर देख आधी आबादी भी खुश थी कि अन्य लंबित केस के गुनाहगारों को भी फांसी की सजा होने लगेगी तो इस तरह की घटनाएं थम जाएंगी। महिलाओं का कहना है कि निर्भया जैसे मामलों के दोषियों को सिर्फ फांसी की ही सजा मिलनी चाहिए। फोटो 20 बीडीएन 61

घटना को याद करते हुए आज भी तकलीफ होती है। इस तरह के दोषियों को सिर्फ फांसी की ही सजा मिलनी चाहिए। इससे समाज में आधी आबादी के खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी आ सकेगी।

- राशि पाठक फोटो 20 बीडीएन 62

महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध के लिए कड़े कानूनी की जरूरत है। फिर दोबारा से निर्भया कांड नहीं दोहराया जाए। इसके लिए चारों को फांसी की सजा मिलनी ही चाहिए थी। अब गुनहगारों में डर का माहौल पैदा होगा।

- प्रीति फोटो 20 बीडीएन 63

निर्भया कांड के बाद सरकार ने कड़े कानून बनाए। बावजूद भी लगातार इस तरह के मामले में सामने आए। लगातार डेथवारंट खारिज होने से लग रहा था, कि अब दोषियों की फांसी टल सकती है। लेकिन न्यायपालिका ने दोषियों के मंसूबों को ढहाकर आधी आबादी में न्याय की आस जगाई है।

- अनु गुप्ता फोटो 20 बीडीएन 64

दुष्कर्म और एसिड अटैक जैसे मामले में पुलिस को सख्त रवैया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इससे कोर्ट दोषियों को सख्त सजा दे सकेगा। तभी महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर काबू पाया जा सकेगा।

- गीता माथुर फोटो 20 बीडीएन 65

चारों गुनहगारों की सजा का निर्भया के परिजनों और देश को लंबे वक्त इंतजार था। जो सात साल पूरा हुआ। लेटलतीफ ही सही लेकिन आखिककार निर्भया को इंसाफ मिला। यहां भी अधिकतर दुष्कर्म जैसे मामले कोर्ट में लंबित है। उन मामलों के आरोपियों को भी सजा तय होनी चाहिए।

- शोभा फोटो 20 बीडीएन 66

निर्भया जैसी घटनाएं होने पर दिल दुखता है। लेकिन जब ऐसे दोषियों को सजा नहीं मिलती है, तो न्यायपालिका से भरोसा उठता लगता है। इंसाफ देर से मिला, लेकिन बहुत खुशी है।

- रुतबि शर्मा फोटो 20 बीडीएन 68

चारों दोषियों के फंदे पर लटकने से निर्भया के परिवार के साथ-साथ देश में भी खुशी का माहौल है। हालांकि वो बेटी वापस नहीं लौट सकती है, पर आज उसकी आत्मा को तसल्ली मिली होगी।

- रेनू मिश्रा फोटो 20 बीडीएन 69

न्याय मिलने में इतनी लेतलतीफी नहीं होनी चाहिए। इससे इन जैसे दोषियों को बल मिलता है। अगर इनकी फांसी की सजा सेरआम तो और ज्यादा बेहतर होता। समाज में रहने वाले इस तरह के गुनाहगारों को कुछ सबक मिलता।

- नूतन रानी फोटो 20 बीडीएन 70

निर्भया की मां को दाद देनी होगी। उन्होंने दोषियों के मंसूबों से हार नहीं मानी। सात साल के लंबे वक्त होने के बावजूद वे लगातार कोर्ट के चक्कर काट काटती रही और अंत में दोषियों को फंदे पर लटकने के बाद ही चैन की सांस ली।

- दीक्षा उपाध्याय

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