14 शिक्षकों ने बदले पैन नंबर, खलबली

जागरण संवाददाता बदायूं बेसिक शिक्षा परिषद में फर्जी शिक्षकों का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ है। इस बीच नौकरी पाने के बाद शिक्षकों के पैन नंबर बदलने का मामला उजागर हुआ है। शिक्षा विभाग ने ऐसे मामलों को संदिग्ध मानते हुए जानकारी एसटीएफ को दी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Jul 2020 05:27 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 05:27 PM (IST)
14 शिक्षकों ने बदले पैन नंबर, खलबली
14 शिक्षकों ने बदले पैन नंबर, खलबली

- नौकरी पाने के बाद पैन नंबर बदलने से उठ रहे सवाल

निर्देश

- शासन स्तर से इन शिक्षकों की शुरू कराई गई जांच

- शिक्षा विभाग ने मामले को संदिग्ध मान एसटीएफ को दी जानकारी

जागरण संवाददाता, बदायूं : बेसिक शिक्षा परिषद में फर्जी शिक्षकों का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ है। इस बीच नौकरी पाने के बाद शिक्षकों के पैन नंबर बदलने का मामला उजागर हुआ है। शिक्षा विभाग ने ऐसे मामलों को संदिग्ध मानते हुए जानकारी एसटीएफ को दी है। प्रदेश भर में 3342 शिक्षकों के पैन नंबर बदलने की विभाग ने जांच शुरू कराई है, जिनमें बदायूं के भी 14 शिक्षक शामिल हैं। यहां भी इन शिक्षकों की छानबीन कराई जा रही है।

शिक्षा निदेशक ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि वह सूची में शामिल शिक्षकों का सत्यापन कराए। कार्रवाई की जानकारी दें। अपर शिक्षा निदेशक डॉ.सुत्ता सिंह ने जिले के चिह्नित शिक्षकों की सूची जारी की है। आसफपुर ब्लॉक के नीरज कुमार, अंबियापुर से गौरव वाष्र्णेय, बिसौली के कुलदीप सिंह, दहगवां के सतीश चंद्र यादव, दातागंज में सुनील कुमार व अशोक कुमार, जगत में बनवारी सिंह चाहर, समरेर में रनवीर सिंह, सहसवान में राकेश कुमार, उझानी ब्लॉक में योगेंद्र सिंह, मनमोहन सारस्वत, मोहित कुमार, प्रेम प्रकाश जबकि उसावां से अशोक कुमार का नाम शामिल है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षकों और स्टाफ के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन पहले से कराया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों के मामले में भी कार्रवाई चल रही है। इस बीच नौकरी के बाद पैनकार्ड बदलने वाले शिक्षकों की जांच और कार्रवाई का आदेश जारी होने से खलबली मची हुई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामपाल राजपूत का कहना है कि नौकरी में आने के बाद पैन नंबर बदलने वाले शिक्षकों का सत्यापन कराने के बाद ही स्थिति साफ होगी।

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