हुक्मरानों को लगे ठंड तब खुले रैनबसेरों का ताला

जागरण संवाददाता आजमगढ़ रैनबसेरों का ताला अब भी नहीं खुल सका है। रात में फंसे लोग रैन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 11:40 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 11:40 PM (IST)
हुक्मरानों को लगे ठंड तब खुले रैनबसेरों का ताला
हुक्मरानों को लगे ठंड तब खुले रैनबसेरों का ताला

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : रैनबसेरों का ताला अब भी नहीं खुल सका है। रात में फंसे लोग रैनबसेरा पहुंचने के बाद किसका दरवाजा खटखटाएंगे समझ पाना मुश्किल है। यह स्थिति तब है, जब सरकार ठंड से लोगों को बचाने के लिए सर्दियों की शुरुआत में ही रैनबसरों में व्यवस्था अपडेट करने का निर्देश दिए थे। ऐसे में जरूरतमंद कयास लगा रहे कि हुक्मरानों को ठंड लगने पर ही रैनबसरों के ताले खुल पाएंगे।

जिले में सर्दियों से लोगों को बचाने के लिए तहसीलवार रैनबसरा खोले गए हैं। इसमें रहने, सोने के अलावा की व्यवस्था की जाती है। सरकार नगर निकायों व तहसील प्रशासन को बकायदा बजट जारी करती है। अबकी भीषण ठंड पड़ने की आशंकाओं के बीच सरकार ने सितंबर माह में भी सरकारी मशीनरी को रैनबसरों की स्थिति चुस्त-दुरुस्त करने के लिए अलर्ट कर दिया था। जिसके बाद अधिकारियों ने व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने की बात भी कही थी। कइयों ने तैयारियां पूर्ण करने का दम भरा था। लेकिन दो माह बाद जब सर्दियों के सितम ढहाने की राह पर बढ़ चलने के बावजूद रैनबसरों के ताले नहीं खुल सके हैं। जिला मुख्यालय के सिविल लाइंस स्थित रैन बसेरा भी नहीं खोला जा सका है। कमोबेश यही स्थिति अधिकांश दूसरी तहसीलों एवं बाजारों में बनाए गए रैनबसरों को भी है। ऐसे में रात में शहर एवं कस्बाई क्षेत्रों में फंसे लोग अलाव के सहारे रात बिताने को विवश हैं। शहर में रहकर रिक्शा, ई-रिक्शा चलाने वालों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

जहरीला पदार्थ खाने से युवक व किशोर अचेत

जागरण संवाददाता, बलरामपुर (आजमगढ़) : जहानगंज व गंभीरपुर थाना क्षेत्र के युवक व किशोर को अचेतावस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां चिकित्सकों ने जहरीला पदार्थ खाने की आशंका जताई है। जहानागंज थाना क्षेत्र के बुंदा गांव के श्याम बिहारी (30) बुधवार की शाम अचेत हो गए। यह देख स्वजन उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया। उधर गंभीरपुर थाना क्षेत्र के बेलऊ गांव के दीपक (17) पुत्र सुरेश घर में अचानक अचेत हो गए। स्वजनों ने जिला अस्पताल पहुंचाया जहां जांच के बाद जहरीला पदार्थ खाने की डाक्टर ने आशंका जताई।

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