हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती को प्रमुख सचिव की स्वीकृति

आजमगढ़ जनपद में अरसे से सरकारी अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता थी जो अब पूरी हो गई। क्योंकि मरीजों को निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता था। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने गुरुवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेंदी से दूरभाष पर बात की। इस पर उन्होंने स्वीकृति प्रदान कर दी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Oct 2019 08:08 PM (IST) Updated:Thu, 24 Oct 2019 08:08 PM (IST)
हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती को प्रमुख सचिव की स्वीकृति
हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती को प्रमुख सचिव की स्वीकृति

जागरण संवाददाता, आजमगढ़: जनपद में अरसे से सरकारी अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता थी, जो अब पूरी हो गई। अब मरीजों को निजी अस्पतालों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने गुरुवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी से दूरभाष पर बात की। इस पर उन्होंने स्वीकृति प्रदान कर दी।

मंडलीय जिला चिकित्सालय में हृदय रोग विशेषज्ञ पद पर फिजिशियन डा. विमलेश की आयोग से तैनाती की गई थी। लगभग एक सप्ताह पूर्व आयोग ने इस पद के लिए हृदय रोग विशेषज्ञ डा. इरफान को भेज दिया लेकिन पद खाली न होने के कारण प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक एसकेजी सिंह उन्हें पदभार ग्रहण करने में असमर्थ पा रहे थे। जिलाधिकारी ने जनहित में इसे संज्ञान में लिया और प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य से बात की। सारी स्थिति से अवगत कराने के बाद उन्होंने 100 शैय्या अस्पताल तरवां या अतरौलिया में तैनाती किए जाने की बात कही जिससे मरीजों को लाभ मिल सके। प्रमुख सचिव ने भी मौखिक स्वीकृति प्रदान कर दी। डीएम ने सीएमओ डा. एके मिश्रा को निर्देशित किया कि वे इस संबंध में शासन को डीओ भेज दें।

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