खाद्यान्न घोटाले में कई और कोटेदारों की फंसेगी गर्दन

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : साफ्टवेयर में सेंध लगाकर खाद्यान्न लूटने के मामले में कई और कोट

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Aug 2018 08:13 PM (IST) Updated:Sat, 25 Aug 2018 11:09 PM (IST)
खाद्यान्न घोटाले में कई और कोटेदारों की फंसेगी गर्दन
खाद्यान्न घोटाले में कई और कोटेदारों की फंसेगी गर्दन

आजमगढ़ : साफ्टवेयर में सेंध लगाकर खाद्यान्न लूटने के मामले में कई और कोटेदारों की गर्दन फंस सकती है। अभी तक मात्र दो कोटेदार को ही विभाग ने चिह्नित किया है लेकिन अभी कई कोटेदार इस तरह के खेल में लिप्त है। जिला पूर्ति विभाग इन लोगों के नाम उजागर नहीं कर रहा है लेकिन गहन जांच की जाएगी तो कई कोटेदार सामने आ जाएंगे। ये गरीबों के हिस्से का खाद्यान्न लूट रहे थे। शासन के सख्त रुख की वजह से विभाग पूरी तरह से हरकत में आ गया है। ऐसे में सभी कोटेदारों की गतिविधियों को लेकर दिनभर अफसर लैपटॉप पर आंखे जमाए हुए थे कि आखिरकार ऑनलाइन किस तरह खेल खेला गया। कुल मिलाकर विभाग पूरी तरह से सक्रिय हो गया है और कार्रवाई को लेकर पूरी रणनीति बनाई जा रही है।

शुक्रवार को पहला मामला खुला था जिसमें मुबारकपुर के एक कोटेदार का नाम सामने आया था। इसके लिए जांच कमेटी गठित कर दी गई थी। शनिवार को कार्यालय खुलने के बाद से जिला पूर्ति अधिकारी देवमणि मिश्र, एआरओ अनिल कुमार यादव, पूर्ति निरीक्षक संजय ¨सह, वरिष्ठ सहायक राजेश कुमार आपरेटर के साथ लैपटॉप पर माथापच्ची करते रहे। यह ढूंढ़ा जा रहा था कि साफ्टवेयर में कितने कोटेदारों ने सेंध लगाई है। ऐसे में हर विकास खंड के चिह्नित कोटेदारों की ऑनलाइन फी¨डग को परखा जा रहा है कि किस तरह से ई-पॉश के जरिए खाद्यान्न का घोटाला किया गया है। दिनभर अफसर ऑनलाइन छानबीन में जुटे रहे। इसे लेकर कार्यालय के कर्मचारी भी हांफते नजर आ रहे थे। दूसरी तरफ इस घोटाले में लिप्त कोटेदारों के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही हैं। सोमवार तक जनपद के सभी कोटेदारों की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। जिला पूर्ति अधिकारी ने कहा कि दोषी किसी भी कोटेदार को बख्शा नहीं जाएगा। सभी के विरुद्ध शासन के निर्देशों के तहत कार्रवाई की जाएगी। ई-पॉश मशीन से इस तरह हुआ खेल

कोटेदारों द्वारा ऑनलाइन कार्डधारकों का करीब 50 राशन कार्ड दूसरे के आधार कार्ड से जोड़ दिया गया, यानी एक व्यक्ति सभी राशनकार्ड के खाद्यान्न पर अपना अंगूठा लगा दिया। इसके बाद 50 लोगों का राशन निकाल लिया गया। फिर ऑनलाइन सभी का आधारकार्ड ¨लक करा दिया गया। इस प्रकार खाद्यान्न निकल भी गया और आधारकार्ड से भी जुड़ गया। इससे किसी को कोई भनक तक नहीं लग सकी।

2000

जनपद में कोटेदारों की संख्या

7,317,17

जनपद में कुल कार्डधारकों की संख्या

1,05,783

अंत्योदय कार्डधारकों की संख्या

6,25,934

पात्र गृहस्थी के कार्डधारकों की संख्या

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