सपा के गढ़ आजमगढ़ में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा की हलचल

आजमगढ़ : देश के तपेतपाए समाजवादियों के साथ डा. लोहिया द्वारा निर्धारित सिद्धांतों के आधार पर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Aug 2018 12:13 AM (IST) Updated:Thu, 30 Aug 2018 12:13 AM (IST)
सपा के गढ़ आजमगढ़ में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा की हलचल
सपा के गढ़ आजमगढ़ में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा की हलचल

आजमगढ़ : देश के तपेतपाए समाजवादियों के साथ डा. लोहिया द्वारा निर्धारित सिद्धांतों के आधार पर गठित 26 साल पुरानी समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम ¨सह यादव के भाई शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चा की हलचल सपा के गढ़ आजमगढ़ में भी दिखी। हालांकि पार्टी के कद्दावर नेता पूरी तरह मौन साधे हैं लेकिन ऐसा भी नहीं कि शिवपाल के साथ कोई नहीं है। कइयों का दावा है कि शिवपाल के साथ जाने के लिए लोग संपर्क साधे हुए हैं तो कुछ का कहना है कि हमारा पूरा विश्वास पार्टी नेतृत्व के साथ तो कई यह कहने में भी गुरेज नहीं कर रहे कि जहां नेता जी (मुलायम ¨सह यादव) वहां मैं और मेरे समर्थक।

अक्टूबर 1967 में डा. राम मनोहर लोहिया के निधन के बाद 1967 से लेकर 1992 तक समाजवादी आंदोलन चलता रहा। विषम परिस्थितियों में धरती पुत्र की उपाधि से नवाजे गए मुलायम ¨सह यादव ने तमाम राजनीतिक दुश्वारियां झेलीं जिसमें उनके भाई शिवपाल यादव का विशेष साथ रहा। समय के साथ जब भी मौका आया मुलायम ¨सह यादव का ध्यान आजमगढ़ पर विशेष रहा। विकास की तमाम योजनाओं के कारण मंच से पार्टी के कद्दावर नेता भी यह कहने से नहीं चूकते कि इटावा नेता जी का दिल है तो आजमगढ़ धड़कन। 2014 के लोकसभा चुनाव में जब मुलायम ¨सह यादव सदर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बने तो चुनाव की कमान खुद शिवपाल यादव ने संभाली थी। बहरहाल पार्टी में अरसे से हाशिए पर चल रहे शिवपाल यादव इस दौरान जिले में आए लेकिन पार्टी नेताओं के साथ नहीं, बल्कि युवजन सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक ¨सह आशू के आवास पर ही गए। इधर, शिवपाल यादव ने ऐसा सियासी दांव चला कि जिले की समाजवादी पार्टी और समाजवाद के नाम पर सपा की हिमायत करने वाले कुछ भी सोचने या यूं कहें कि बोलने की सूरत में नहीं है। पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, वर्तमान विधायक और अन्य पार्टी के बड़े नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। भाजपा से नाराज कुछ नेता भी शिवपाल का दामन थाम सकते हैं। हालांकि अभी कोई बोलने को तैयार नहीं। सब समय का इंतजार कर रहे हैं। जहां नेताजी वहां मैं : रामदर्शन

पूर्व विधायक और सपा संरक्षक व सांसद मुलायम ¨सह यादव के प्रतिनिधि रामदर्शन यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के नेता शिवपाल यादव के साथ होने के सवाल पर बस इतना कहा कि नेता जी (मुलायम ¨सह यादव) जहां रहेंगे वहां मैं और मेरे समर्थक भी होंगे। अखिलेश यादव के साथ पूरी पार्टी : आदिल शेख

दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व सपा विधायक आदिल शेख ने कहा कि पूरी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ खड़ी है। कहीं से किसी तरह की इसमें कोई गुंजाइश नहीं है। उनके नेतृत्व में जनपद ही नहीं प्रदेश का विकास हुआ है। पार्टी के हर कार्यकर्ता की निष्ठा उनके प्रति है। सभी नेता अखिलेश के साथ : जिलाध्यक्ष

सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के सभी बड़े व छोटे नेताओं के अलावा सभी कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ हैं। पार्टी को कोई नेता, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री सहित सभी जिले के कार्यकर्ता पूरी निष्ठा के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ हैं। हम शिवपाल के साथ : अभिषेक सिंह

समाजवादी युवजन सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष अभिषेक ¨सह आशू ने पूरे दावे के साथ कहा कि वे शिवपाल ¨सह यादव के साथ हैं। काफी संख्या में समर्थक भी साथ हैं। यही नहीं, सपा के कई नेता भी उनके संपर्क में हैं। मौका आते ही शिवपाल ¨सह यादव के साथ होंगे।

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