जिला पुलिस छावनी में तब्दील, अघोषित क‌र्फ्यू सरीखा माहौल

अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले के मद्देनजर जिले में सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई थी। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की बाजार पुलिस छावनी में तब्दील रहा। स्कूल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Nov 2019 06:54 PM (IST) Updated:Sun, 10 Nov 2019 12:07 AM (IST)
जिला पुलिस छावनी में तब्दील, अघोषित क‌र्फ्यू सरीखा माहौल
जिला पुलिस छावनी में तब्दील, अघोषित क‌र्फ्यू सरीखा माहौल

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले के मद्देनजर जिले में सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई थी। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की बाजार पुलिस छावनी में तब्दील रहा। स्कूल, कालेज व सरकारी कार्यालय बंद होने के चलते बाजारों में अघोषित क‌र्फ्यू सरीखा माहौल देखने को मिला।

प्रदेश का अति संवेदनशील जनपदों में आजमगढ़ भी चिह्नित है। जिले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीएम नागेंद्र प्रताप सिंह व एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह लगभग एक पखवारा से शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाने से लेकर चौकी व बाजारों में शांति समिति की बैठक आयोजित कर लोगों से सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रहे थे। सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन रात दिन बैठक कर हर स्थिति से निबटने के लिए तैयारी कर रही थी। जिले को तीन सुपर जोन, आठ जोन व 110 सेक्टरों में बांटकर एडीएम, एएसपी से लेकर सभी अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई थी। जिले में 1235 अराजकतत्वों को चिह्नित कर पांच सौ से अधिक लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई थी। जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया था। सोशल मीडिया पर भी पुलिस की ओर निगरानी रखने के लिए टीम गठित की गई थी। सुरक्षा के लिए जिले में आइटीबीपी, आरएएफ, पीएसी की एक-एक कंपनी फोर्स के अलावा पांच हजार से अधिक पुलिस जवान, दो हजार होमगार्ड, चौकीदार व ग्राम सुरक्षा समिति के लोगों को भी तैनात कर दिया गया था। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में रात से ही पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी, डीआईजी मनोज तिवारी, डीएम नागेंद्र प्रताप सिंह, एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह के अलावा सभी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सुबह से ही क्षेत्रों में भ्रमण कर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

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