बीमारियों से बचना है तो 20 सेकेंड तक धोएं हाथ

जागरण संवाददाता औरैया सोमवार से शुरू हो चुके राष्ट्रीय पोषण माह में कुपोषण को जड़ स

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2020 09:28 PM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2020 09:28 PM (IST)
बीमारियों से बचना है तो 20 सेकेंड तक धोएं हाथ
बीमारियों से बचना है तो 20 सेकेंड तक धोएं हाथ

जागरण संवाददाता, औरैया : सोमवार से शुरू हो चुके राष्ट्रीय पोषण माह में कुपोषण को जड़ से मिटाने की सोच के साथ गुरुवार को घर घर भ्रमण करके आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा धात्री महिलाओं को हाथ धुलाई का तरीका बताया गया। इस दौरान कोरोना के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुमन चतुर्वेदी ने ब्लॉक अछल्दा के ग्राम पुरवा भूपत में धात्री माताओं और बच्चों को जागरूक किया।

सुमन चतुर्वेदी ने बताया कि छह चरणों में सीधे हाथ पर साबुन लगाकर रगड़ना, उल्टे हाथ, मुट्ठी, अंगूठा, नाखून पर साबुन लगाकर धोना और आखिर में कलाई धोना चाहिए। इस तरह से अगर हम अपने हाथों को धोएंगे तो हम कोरोना के साथ अन्य बीमारियों से भी बच सकते हैं। इसके साथ हाथों को कम से कम 20 सेकेंड तक जरूर धोना चाहिए। हैंडवॉश को अपनी आदत में जोड़ना बहुत जरूरी है। खाना बनाने, खाने से पहले, शौच के बाद अपने हाथों को साबुन से अच्छे से धोना चाहिए। धोने के बाद हाथों को कपड़े से पोंछने के बजाय हवा में ही सुखाना चाहिए। साथ ही किचन गार्डन के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि सहजन का वृक्ष अवश्य लगाएं, क्योंकि यह अनेक गुणों से भरपूर है तथा पौष्टिक आहार भी है। इस दौरान आशा इंद्रावती और आशा उमा देवी भी मौजूद रहीं। प्रभारी

जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद अवस्थी ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह संपूर्ण सितंबर माह में चलेगा। इसका उद्देश्य 0 से 5 साल तक के बच्चों, गर्भवती, धात्री महिलाओं के कुपोषण को प्रभावी ढंग से दूर करना है ताकि कुपोषण से होनी वाली बीमारियों व मृत्युदर को कम किया जा सके। इस अभियान के दौरान जिले में कुपोषित,अति कुपोषित बच्चों, एनीमिया की शिकार महिलाओं, किशोरियों और बालिकाओं को चिन्हित कर पोषण वाटिका लगाने, पौष्टिक भोजन का सेवन करने, छह माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराने तत्पश्चात अन्य पौष्टिक आहार लेने के बारे में बताया जाएगा। साथ ही नियमित तौर पर उनकी देखरेख की जाएगी।

गर्भवती माताओं को कर रही हैं प्रेरित

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा धात्री महिलाओं को प्रेरित किया जा रहा है। सहजन की सब्जी, सूप आदि का प्रयोग करने से उनका स्वास्थ्य उत्तम होगा। जन्मे बच्चे भी स्वस्थ होंगे। इतना ही नहीं केंद्र के नौनिहालों को भी इसका सेवन कराया जाएगा ताकि उन्हें विटामिन युक्त आहार मिल सके।

chat bot
आपका साथी