पहले चरण में कम उपलब्धि के चलते चला दूसरा चरण

औरैया, जागरण संवाददाता : बुधवार को ककोर स्थित कलेक्ट्रेट में मिशन इन्द्रधनुष योजना की समीक्षा बैठ

By Edited By: Publish:Wed, 04 Nov 2015 06:10 PM (IST) Updated:Wed, 04 Nov 2015 06:10 PM (IST)
पहले चरण में कम उपलब्धि के चलते चला दूसरा चरण

औरैया, जागरण संवाददाता : बुधवार को ककोर स्थित कलेक्ट्रेट में मिशन इन्द्रधनुष योजना की समीक्षा बैठक की। जिसमें जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि पिछले चरण में कम उपलब्धि रहने के कारण दूसरे चरण को चलाया जा रहा है। इस चरण में किसी भी प्रकार की कोई भी कमी न रहने पाए।

जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान कहा कि पहले चरण में यह योजना प्रदेश के 44 जनपदों में अप्रैल माह में चलाई गई थी। इस दौरान कम उपलब्धि के कारण नवम्बर माह से द्वितीय चरण में 18 जनपदों में कार्यक्रम शुरू किया गया है। प्रथम सप्ताह में चार नवम्बर से दस नवम्बर तक द्वितीय सप्ताह सात दिसंबर से 14 दिसंबर तृतीय सप्ताह में चार जनवरी से चौदह जनवरी तक तथा चतुर्थ सप्ताह में सात से चौदह फरवरी तक टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जाना है। इस कार्यक्रम में ऐसे टीकाकरण क्षेत्र चिह्नित किए गए हैं जहां के उपकेंद्र या तो रिक्त हैं या पिछले तीन माहों से टीकाकरण कार्यक्रम नहीं हुआ है। इन्हीं क्षेत्रों में तमाम केस पाए गए हैं। पोलियो हाईरिस्क एरिया क्षेत्र है जो छोटे गांव टीकाकरण से छूटे हुए हैं। मिशन इन्द्रधनुष में सम्मिलित किए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि योजना में गर्भवती महिलाओं और दो वर्ष के बच्चों का टीकाकरण कार्यक्रम रखा गया है। इस कार्यक्रम में 138 डीएचडब्लू महिलाएं, 832 आशा, 511 आंगनबाड़ी कार्यकत्री, 121 एनजीओ के सदस्य तथा 43 सुपरवाइजर लगाए गए हैं। जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी ने पहले ही निर्देश दिए थे कि टीकाकरण कार्यक्रम के लिए लक्ष्य सूची अद्यतन कर ली जाए। प्रेक्षक अधिकारी निरीक्षण के समय यह जरूर देख लें जहां सत्र अर्जित किए जा रहे हैं वे तथा लक्ष्य सूची के बच्चे वहां पहुंच सके और यह शिकायत की गई कि पोलियो तथा टीकाकरण के पिछले सत्रों का मानदेय नहीं मिल पाया है। जिलाधिकारी ने इस संबंध में उत्तरदायित्व नियत कर विलंब के लिए जिम्मेदार पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मामले की जांच पूर्व में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अशोक को दी गई। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम का व्यापक प्रचार -प्रसार कराया जाए। जहां प्रतिरक्षण सत्र आयोजित हो रहे हो वहां जन सहभागिता का कार्यक्रम आयोजित कराए जाए। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसबी मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी लतिका ¨सह तथा डब्लूएचओ के प्रतिनिधि व सभी चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।

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