एससीएसटी आयोग की टीम पहुंची बसी मुस्तकम

पुलिस द्वारा हिरासत में अनुसूचित वर्ग के बालकिशन की मौत का अभी गर्माया हुआ है। तीसरे दिन यानी शुक्रवार को अनुसूचित जाति जन जाति आयोग की टीम ने मामले की जानकारी को आ पहुंची। टीम ने मृतक के गांव का दौरा कर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। उनका दर्द जानने के बाद न्याय दिलाने का पूरा भरोसा दिलाया। कहा कि आयोग पीडित परिवार की हर संभव मदद करेगा। वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी को आरोपित पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी किए कराए जाने के निर्देश भी दिए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Dec 2018 11:03 PM (IST) Updated:Fri, 28 Dec 2018 11:03 PM (IST)
एससीएसटी आयोग की टीम पहुंची बसी मुस्तकम
एससीएसटी आयोग की टीम पहुंची बसी मुस्तकम

मंडी धनौरा: पुलिस द्वारा हिरासत में अनुसूचित वर्ग के बालकिशन की मौत का मामला अभी गरमाया हुआ है। शुक्रवार को अनुसूचित जाति जन जाति आयोग की टीम मामले की जानकारी को गांव पहुंची। पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। उनका दर्द जानने के बाद न्याय दिलाने का पूरा भरोसा दिलाया। कहा आयोग पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करेगा। वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी को आरोपित पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी कराने के निर्देश दिए।

थाना क्षेत्र के ग्राम बसी मुस्तकम निवासी बालकिशन को चोरी की कार खरीदे जाने के शक में थाना पुलिस रविवार को हिरासत में लिया था। उसकी बुधवार को थाने में मौत हो गई थी। इसका पता परिजनों को लगा तो लोगों ने थाने का घेराव कर गजरौला- चांदपुर मार्ग जाम कर दिया। छह घंटे तक रोड जाम रहा व लोगों ने जमकर हंगामा किया। वार्ता को पहुंचे अधिकारियों को भी आक्रोशित भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ा। एसडीएम की गाड़ी क्षतिग्रस्त कर दी।

बाद में पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर थाना प्रभारी निरीक्षक अर¨वद मोहन शर्मा, एसआई मनोज उपाध्याय सहित छह पुलिस कर्मियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया। वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए नामजद आरोपितों समेत आठ पुलिस कर्मियों को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया। परिजनों व ग्रामीणों ने गुरुवार को भी हंगामा किया था। पुलिस हिरासत में बालकिशन की मौत का मामला शासन स्तर तक पहुंच गया है।

शुक्रवार को एससीएसटी आयोग की सदस्य दर्जा मंत्री साध्वी गीता दोपहर एक बजे ग्राम बसी मुस्तकम पहुंचीं। यहां पीड़ित परिवार से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा पुलिस द्वारा किए गए अत्याचार की निष्पक्ष रूप से जांच कराई जाएगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दलितों के हित को लेकर गंभीर है। उनसे वार्ता कर पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिलाई जाएगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी को आरोपित पुलिस कर्मियों की शीघ्र गिरफ्तारी किए जाने के निर्देश दिए।

परिजनों ने आयोग की टीम को बताया कि पुलिस ने उन पर भी तोड़फोड़ आदि धाराओं में मुकदमे दर्ज किए है। इन्हें वापस लिया जाए व किसी की गिरफ्तारी नहीं की जाए। उन्होंने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से वार्ता करने का भी आश्वासन दिया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी संजय बंसल, पुलिस क्षेत्राधिकारी मोनिका यादव आदि मौजूद थे। दलित महापंचायत को लेकर पुलिस सतर्क

मंडी धनौरा : दलित महापंचायत को लेकर पुलिस हलकान है। दलित महापंचायत के सदस्यों ने तहसील पर प्रदर्शन कर ग्राम में अपर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने आरोपित पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किए जाने, पुलिस क्षेत्राधिकारी को हटाने व पीड़ित परिजनों को मुआवजा व नौकरी दिलाने की मांग की थी।

दलित महापंचायत ग्राम बसी मुस्तकम में 29 दिसंबर को प्रस्तावित है। इसकी तैयारियों में दलित महापंचायत के लोग जुट गए हैं। वहीं पुलिस सतर्क है। संगठन के अध्यक्ष टीपी ¨सह ने बताया ग्राम बसी स्थित आंबेडकर पार्क पर महापंचायत का आयोजन होगा। उसमें समाज के लोग हजारों की संख्या में भाग लेंगे। भारत नवनिर्माण सेना ने की एसआईटी जांच की मांग

मंडी धनौरा : दलित की थाने में मौत मामले में समाजसेवी व राजनैतिक संगठनों में हमदर्दी लूटने की होड़ सी मच रही है। एक तरफ दलित महापंचायत संगठन यहां महापंचायत की पीड़ित को मदद दिलाने की मांग करेगा। वहीं दूसरी तरफ भारत नवनिर्माण के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र शुक्ला ने ग्राम बसी पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। पीड़ित परिवार को एक करोड़ की आर्थिक मदद तथा एसआईटी जांच की मांग की। इस मौके पर जेएम शुक्ला, भगवान दास आदि साथ थे।

बसी मुस्तकम की महापंचायत को हसनपुर में साधा संपर्क

हसनपुर: मंडी धनौरा थाने में बुधवार को गांव बसी मुस्तकम निवासी बालकिशन की मौत के मामले में 29 दिसंबर को आंबेडकर पार्क में दलित महापंचायत होगी। यह जानकारी दलित महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. टीपी ¨सह ने देकर बताया बालकिशन की थाने में पुलिस की पिटाई से मौत होने के मामले में 7 सूत्रीय मांग पत्र अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपा गया था। उस पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने तथा आरोपित पक्ष पर सख्त कार्रवाई कराने के लिए दलित महापंचायत बुलाई गई है। इसमें बड़ी तादात में लोग एकत्र होकर बाल किशन के परिजनों को न्याय दिलाने की हुंकार भरेंगे।

chat bot
आपका साथी