चाय की चुस्की संग हो रहा हार-जीत का आकलन
जागरण संवाददाता मंडी धनौरा लोकसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद हार-जीत के दावे शुरु हो गए हैं । हर कोई अपने-अपने हिसाब से पसंदीदा प्रत्याशी की जीत के दावे कर रहा है। लोक सभा चुनाव का नतीजा 23 मई को आना है लेकिन मतदान सम्पन्न होने के पश्चात अब हर जगह सबसे अधिक चुनाव का मुद्दा छाया हुआ है। चाय की दुकान हो या गांव में हुक्का गुड़गुड़ाते लोगों की चौपाल पर जमघट चौराहों अथवा शहर का नुक्कड़ हर तरफ सिर्फ चुनाव की ही चर्चा है। हर कोई अपने-अपने तरीके से जातीय समीकरण तो कहीं वोट प्रतिशत के आधार पर हार-जीत का गणित बैठा कर संबंधित प्रत्याशी की जीत को पुख्ता बता रहे हैं। रोजाना नए-नए समीकरण बताए जा रहे हैं। लेकिन उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम मशीनों में कैद है इसका पता 23 मई को मतगणना के पश्चात ही चलेगा कि किसके हिस्से में जीत आती है।
मंडी धनौरा : लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद हार-जीत के दावे शुरू हो गए हैं। हर कोई अपने हिसाब से पसंदीदा प्रत्याशी की जीत के दावे कर रहा है।
लोकसभा चुनाव का नतीजा 23 मई को आना है लेकिन मतदान सम्पन्न होने के पश्चात अब हर जगह सबसे अधिक परिणाम का मुद्दा छाया हुआ है। चाय की दुकान हो या गांव में हुक्का गुड़गुड़ाते लोगों की चौपाल पर जमघट, चौराहों अथवा शहर का नुक्कड़, हर तरफ सिर्फ चुनाव की ही चर्चा है।
हर कोई अपने-अपने तरीके से जातीय समीकरण तो कहीं वोट प्रतिशत के आधार पर हार-जीत का गणित बैठा कर संबंधित प्रत्याशी की जीत को पुख्ता बता रहे हैं। रोजाना नए-नए समीकरण बताए जा रहे हैं। लेकिन उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम मशीनों में कैद है, इसका पता 23 मई को मतगणना के पश्चात ही चलेगा कि किसके हिस्से में जीत आती है।