जुलूस-ए-अमारी में मोहसिन रजा ने की शिरकत

मुसाफि रखाना : भनौली गांव में शनिवार को अंजुमन सिपाहे हुसैनी भनौली के तत्वावधान में जुलूस-ए-अमार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 12:05 AM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 12:05 AM (IST)
जुलूस-ए-अमारी में मोहसिन रजा ने की शिरकत
जुलूस-ए-अमारी में मोहसिन रजा ने की शिरकत

मुसाफि रखाना : भनौली गांव में शनिवार को अंजुमन सिपाहे हुसैनी भनौली के तत्वावधान में जुलूस-ए-अमारी का आयोजन किया गया। यह जुलूस इमाम हुसैन की शहादत व लुटे हुए काफि ले की याद में निकाला गया। जुलूस सुबह अपने तय वक्त पर जामा मस्जिद इमामबाग से इसौली रोड होते हुए बड़े इमामबाड़े में खत्म हुआ। मौलाना मेंहदी हसन जलालपुरी ने खिताब किया। दौराने जुलूस मुकामी अंजुमनों के साथ-साथ बैरूनी अंजुमनों ने भी शिरकत कर नौहा मातम किया और मौलाना वसी हसन खां, मौलाना खादिम अब्बास, मौलाना मोहम्मद जाफ र ने तकरीर किया। जुलूस का संचालन मौलाना जीशान अली आजमी ने किया। आखिर में अंजुमन सिपाहे हुसैनी के नौजवानों ने जनजीर का मातम कर इमामे जमाना को उनके दादा का पुरसा दिया। जुलूस में अमेठी प्रभारी मोहसिन रजा ने भी शिरकत की और नौहाख्वानी कर बीबी फ ातिमा को उनके लाल का पुरसा दिया। रजा ने कहा कि जुलूस-ए-अमारी में जब रिहाई का जिक्रहोता है तो सबसे पहले इमाम हुसैन की चार साल की यतीमा बीबी सकीना का नाम जेहन में आता है। जुलूस के दौरान प्रशासन पूरी तरह मुस्तैदी से डटा रहा। इस मौके पर जीशान हैदर, सामाजिक कार्यकर्ता इकबाल हैदर, मोहम्मद आका, कु मैल रिजवी, सिपर अब्बास, मोहम्मद नाजिम, सुहैल रिजवी, इब्ने हैदर समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

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