एक लाख किसानों को क्षतिपूर्ति का इंतजार

अंबेडकरनगर : गत रबी सीजन में अतिवृष्टि से फसलों की हुई क्षति का मुआवजा पाने के लिए किसान भटक रहे है

By Edited By: Publish:Tue, 01 Sep 2015 12:11 AM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2015 12:11 AM (IST)
एक लाख किसानों को क्षतिपूर्ति का इंतजार

अंबेडकरनगर : गत रबी सीजन में अतिवृष्टि से फसलों की हुई क्षति का मुआवजा पाने के लिए किसान भटक रहे हैं। बजट के अभाव में अब तक एक लाख किसान आपदा राहत पाने से वंचित हैं।

अतिवृष्टि से गत फरवरी व मार्च माह में किसानों की गेहूं आदि फसलें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इस आपदा में जिले के दो लाख से अधिक किसान प्रभावित हुए हैं। कुल 18137 हेक्टेयर में गेहूं का उत्पादन किया गया था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 33 फीसद गेहूं की फसल का नुकसान हुआ था। फसल बर्बादी पर क्षतिपूर्ति के लिए 62 करोड़ 85 लाख रुपये की शासन स्तर से मांग की गई थी। तीन किश्तों में शासन स्तर से 26 करोड़ 85 लाख रुपये प्राप्त हो सके हैं। करीब 36 करोड़ रुपये का बजट अभी अवमुक्त होने को शेष है। बजट न प्राप्त होने से एक लाख से अधिक किसानों को फसल क्षतिपूर्ति मिलने का इंतजार है। कजपुरा निवासी कृषक चालांकू पाल ने कहा कि गांव में अभी तक किसानों को आपदा राहत राशि नहीं नसीब हो सकी है। यदि मुआवजा मिल गया होता खरीफ फसल के उत्पादन में कुछ सहयोग हो जाता। कृषक सीताराम ने कहा कि दो बीघा गेहूं अतिवृष्टि के चलते क्षतिग्रस्त हो गया था। उसकी मड़ाई करने पर लागत भी नहीं निकल सकी। सरकारी स्तर पर मुआवजा दिया जा रहा है, लेकिन अब तक राहत नहीं मिल सकी। रामअचल गुप्त ने कहा कि रबी सीजन में अधिक बारिश से गेहूं, अरहर, चना, मटर की फसलें बर्बाद हो गई थी। लोग कहते हैं कि सरकार फसल क्षतिपूर्ति दे रही है, लेकिन उसका कोई पता नहीं है। कृषक रामसजीवन फसल क्षति का मुआवजा पाने के लिए इंतजार कर रहे है। वह कहते है कि जब लेखपाल से आपदा राहत की बात करते है तो जबाब मिलता है कि बजट नहीं आया है। इधर खरीफ में बारिश कम होने से धान की फस्ल की ¨सचाई का जुगाड़ करना पड़ रहा है। मुआवजा मिल जाता तो फसल की ¨सचाई कर लेते।

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बजट मिलने का इंतजार-अंबेडकरनगर : अपर जिलाधिकारी रामसूरत पांडेय ने कहा कि आपदा राहत को जो बजट प्राप्त हुआ था, वह प्रभावित किसानों में वितरित किया जा चुका है, जो किसान फसल क्षतिपूर्ति का लाभ पाने से वंचित हैं, शेष 36 करोड़ का बजट प्राप्त होते ही उन्हें मुआवजा ही धनराशि वितरित करा दी जाएगी।

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