प्रयागराज के इस इलाके में जलभराव का है खतरा, पानी निकासी का इंतजाम नहीं है

प्रयागराज में गंगा के जलस्‍तर के बढ़ने के कारण अल्‍लापुर का स्‍लूज गेट बंद कर दिया है। तेज बारिश हुई तो इलाके में जलभराव हो जाएगा। पानी निकालने का कोई व्‍यवस्‍था भी नहीं है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 30 Aug 2020 03:50 PM (IST) Updated:Sun, 30 Aug 2020 03:50 PM (IST)
प्रयागराज के इस इलाके में जलभराव का है खतरा, पानी निकासी का इंतजाम नहीं है
प्रयागराज के इस इलाके में जलभराव का है खतरा, पानी निकासी का इंतजाम नहीं है

प्रयागराज, जेएनएन। एक ओर गंगा और यमुना नदियों का जलस्‍तर लगातार बढ़ रहा है। अभी लाखों क्‍यूसेक पानी भी छोड़ा गया है, जो शीघ्र ही प्रयागराज पहुंच जाएगा। इससे दोनों नदियों में उफान की संभावना भी जताई जा रही है। संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए अल्लापुर में स्लूज गेट को बंद कर दिया गया है। हालांकि समस्‍या यहीं से शुरू भी होती है।

वह यह कि अगर अब तेज बारिश हुई तो अल्‍लापुर में जलभराव की स्थिति उत्‍पन्‍न हो जाएगी। इतना ही नहीं पंप भी नहीं चल सकेगा, जिससे बारिश का पानी बाहर निकाला जा सके।

पुरानी पाइप लाइन फटने से अब एक पंप भी नहीं चल सकेगा। रेलवे लाइन होने के कारण नई पाइप लाइन डालने के लिए जलकल विभाग को रेलवे से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा।

गंगा में बाढ़ को देखते हुए स्‍लूज गेट बंद कर दिया गया है

गंगा में जलस्तर वृद्धि के कारण इन दिनों अल्लापुर में स्लूज गेट को भी बंद कर दिया गया है। बारिश के पानी की निकासी के लिए जुलाई महीने में पंपिंग स्टेशन से थोड़ी दूर पर 10 क्यूसेक क्षमता का एक और पंप लगाया गया था लेकिन इस पंप की पाइप लाइन फट गई है। इससे बारिश होने पर पंप से पानी नहीं निकल पाएगा और जलभराव का खतरा पैदा हो जाएगा। स्लूज गेट पंपिंग स्टेशन पर 230 क्यूसेक क्षमता के कुल 17 पंप लगे हैं। क्षेत्र की जल निकासी व्यवस्था के लिए जलकल विभाग की ओर से 10 क्यूसेक क्षमता का एक और पंप लगवाया गया था।

पंप सीएंडडीएस ने लगाया था

इस पंप को कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज यानी सीएंडडीएस ने लगाया था। पंप नया लगाया गया लेकिन पाइप लाइन पुरानी ही थी। इस पंप से भी बारिश का पानी स्लूज गेट के पास सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के नाले में गिरता था। वहीं पाइप लाइन के फट जाने से अब इस पंप से बारिश का पानी नहीं निकल सकेगा।

पार्षद ने कहा-पाइप लाइन के कमजोर होने से लीकेज की समस्‍या

पार्षद कमलेश सिंह का कहना है कि पाइप लाइन बेहद कमजोर थी, जिसकी वजह से लीक कर गई। इससे जलभराव का खतरा पैदा हो गया है। बताया कि शनिवार को जलकल विभाग के महाप्रबंधक, सीएंडडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर ने मौके का निरीक्षण किया था। रेलवे के भी कोई इंजीनियर जायजा लेने के लिए आए थे।

बोले, जलकल विभाग के महाप्रबंधक

जलकल विभाग के महाप्रबंधक हरिश्चंद्र बाल्मीकि कहते हैं कि पाइप लाइन बदलनी पड़ेगी, इसके लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए रेलवे को पत्र लिखा गया है। अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने पर पाइप लाइन बदलवा दी जाएगी। जल निकासी के लिए 17 पंप और लगे हैं, जिससे कोई समस्या नहीं होने पाएगी।

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