ईश्वर शरण महाविद्यालय को मिल सकता है विवि का दर्जा : राज्यपाल Prayagraj News

राज्यपाल महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि ऑनलाइन जुड़कर बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि ईश्वर शरण महाविद्यालय की नींव महात्मा गांधी ने हरिजन सेवक संघ की एक संस्था के रूप में स्थापित की रखी थी जो आज एक वटवृक्ष के रूप में आकार ले चुका है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 08:55 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 08:55 PM (IST)
ईश्वर शरण महाविद्यालय को मिल सकता है विवि का दर्जा : राज्यपाल Prayagraj News
राज्यपाल मंगलवार को महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि ऑनलाइन जुड़कर बोल रहीं थीं।

प्रयागराज,जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की चीफ रेक्टर और उप्र की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि ईश्वर शरण महाविद्यालय लगातार विश्वविद्यालय की तरह काम कर है। जल्द ही इसे विश्वविद्यालय का दर्जा मिल सकेगा। इसके लिए लगातार महाविद्यालय प्रबंधन प्रयासरत भी है।

वटवृक्ष के रूप में आकार ले चुका है ईश्वर शरण महाविद्यालय

राज्यपाल मंगलवार को महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि ऑनलाइन जुड़कर बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि ईश्वर शरण महाविद्यालय की नींव महात्मा गांधी ने हरिजन सेवक संघ की एक संस्था के रूप में स्थापित की रखी थी, जो आज एक वटवृक्ष के रूप में आकार ले चुका है। गांधी के आदर्शों की विरासत यह महाविद्यालय शीघ्र ही विश्वविद्यालय का तमगा प्राप्त करे, इसके लिए मेरी शुभकामनाएं एवं हर संभव सहयोग है। कहा कि वर्तमान समय में नई शिक्षा नीति प्रारम्भ हो रही है। नई शिक्षा नीति के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन का दायित्व ईश्वर शरण जैसे उत्कृष्ट महाविद्यालयों का ही है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि इविवि के कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी रहे। अध्यक्षता शासी निकाय के अध्यक्ष आरके श्रीवास्तव ने की। प्राचार्य डॉ. आनंद शंकर सिंह ने कॉलेज की उपलब्धियां गिनाईं। संचालन डॉ. रचना सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अजय श्रीवास्तव ने किया।

महिला सशक्तिकरण की पेश की परिभाषा

राज्यपाल ने महाविद्यालय के नवनिर्मित प्रोफेसर प्रमिला श्रीवास्तव परिसर का उद्घाटन एवं उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही महाविद्यालय के लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम 'अविरलÓ का उद्घाटन और स्वर्ण जयंती स्मारिका का विमोचन भी किया। विदुषी, लौह महिला प्रो. प्रमिला श्रीवास्तव के नाम से नवनिर्मित परिसर एवं प्रतिमा का अनावरण करते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान ने महिला सशक्तीकरण का एक अनुकरणीय उद्धरण प्रस्तुत किया है। यह उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा महाविद्यालय है जो गम्भीर शोध कार्य में संलग्न है।

चुनौतियों के बीच इविवि ने तलाशी संभावना

समारोह के विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कार्यवाहक़ कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने बताया कि इविवि ने कोरोनाकाल में तमाम चुनौतियों के बीच नई संभावनाएं तलाशीं। कोविड-19 के इस चुनौतीपूर्ण दौर में विश्वविद्यालय सहित सभी संघटक महाविद्यालयों ने ऑनलाइन माध्यमों द्वारा शिक्षण कार्य की निरंतरता सुनिश्चित की है। इसी क्रम में ईश्वर शरण महाविद्यालय द्वारा स्थापित लॄनग मैनेजमेंट पोर्टल अविरल एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस संस्था के विद्याॢथयों में असीम क्षमता है।

विवि का दर्जा लेने को महाविद्यालय अग्रसर

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय शासी निकाय के अध्यक्ष आरके श्रीवास्तव ने कहा गांधी दर्शन आज भी विश्व में प्रासंगिक है। जब तक गांधी दर्शन पर केंद्रित अध्ययन शिक्षण संस्थानों में नहीं होगा, तब तक शिक्षा पूर्णता को प्राप्त नहीं होगी। कहा कि ईश्वर शरण महाविद्यालय को विश्वविद्यालय का दर्जा दिये बिना यह संभव नहीं है।

फिल्म में दिखा 50 वर्ष का सफरनामा

महाविद्यालय के 50 वर्षों की स्‍वर्णिम विकास यात्रा से संबंधित एक लघु फिल्म का भी प्रसारण किया गया।  कार्यक्रम में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. एनके शुक्ला, परीक्षा नियंत्रक प्रो. रामेन्द्र सिंह, वित्त अधिकारी डॉ. सुनील कांत मिश्र और अधिष्ठाता, महाविद्यालय विकास परिषद प्रो. प्रशान्त अग्रवाल के अलावा संघटक महाविद्यालयों के प्राचार्य भी उपस्थित रहे। महाविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. मनोज कुमार दूबे के अनुसार कार्यक्रम में कॉलेज के हजारों छात्र-छात्राओं के अतिरिक्त नगर वासियों तथा देश-देशान्तर के विभिन्न बुद्धिजीवियों ने सोशल मीडिया माध्यम जैसे- यू-ट्यूब, जूम मीटिंग एप और फेसबुक से भी सहभागिता की।

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