प्रयागराज के घूरपुर में किशोरी की संदिग्‍ध मौत, पुलिस ने कहा-फांसी लगाकर दी जान

शिवमोहन पटेल व अजय सहित कई लोग लाठी-डंडा लेकर हीरालाल के दरवाजे पर चढ़ गए। जहां अपशब्दों का प्रयोग कर सीधे किशोरी शांति देवी पर टूट पड़े।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 10:20 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 07:51 AM (IST)
प्रयागराज के घूरपुर में किशोरी की संदिग्‍ध मौत, पुलिस ने कहा-फांसी लगाकर दी जान
प्रयागराज के घूरपुर में किशोरी की संदिग्‍ध मौत, पुलिस ने कहा-फांसी लगाकर दी जान

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जिले के घूरपुर थाना क्षेत्र के चितौरी गांव में शनिवार की रात एक किशोरी की संदिग्‍ध अवस्‍था में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्‍जे में ले लिया। पुलिस का कहना है कि किशोरी ने फांसी लगाकर जान दी है। मामले की जांच की जा रही है। हालांकि फौरी तौर पर किशोरी के हत्‍या की जानकारी मिली थी। इसके तहत किशोरी से दोस्ती की शिकायत करने पर ईंट भट्ठा संचालक दर्जन भर लोगों साथ किशोरी के दरवाजे पर चढ़ गया। भट्ठा मालिक ने साथियों के साथ लाठियों से पीटकर किशोरी की हत्या कर दी। बीच बचाव करने पर मृतका के भाई व बाबा को भी पीट कर घायल कर दिया।

शिकायत करने पर घर पर चढकर पीटा

चितौरी गांव के मजरा महाबीरन निवासी शांति देवी (16) पुत्री हीरालाल की मरूआ गांव निवासी अजय पटेल पुत्र शिवमोहन से दोस्ती थी। शिवमोहन का शांति देवी के घर के समीप ही ईंट भट्ठा था। दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी तो किशोरी के स्वजनों ने इसका विरोध किया। किशोरी के स्वजन शनिवार की शाम शिवमोहन के घर शिकायत करने पहुंचे। वहां शिवमोहन व हीरालाल में कहासुनी हो गई। ग्रामीणों ने किसी तरह से मामले को शांत करा दिया।

पुलिस यह कहती है

पुलिस का कहना है कि रत्नेश कुमार पटेल पुत्र हीरालाल पटेल निवासी लेहदा थाना घूरपुर ने थाने में प्रार्थनापत्र दिया था। शनिवार की शाम को दिए गए प्रार्थनापत्र में उसने बताया कि उसकी बहन शिवानी व भट्ठे के मुंशी द्वारिका से कहासुनी कर रही थी। तभी माता पानकली ने आकर दोनों को थप्पड़ मारकर वहां से हटा दिया। इसी बात से नाराज होकर शिवानी ने घर के अंदर का दरवाजा बंद कर दिया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।

पुलिस ने शव कब्‍जे में लिया

जबकि कहा जा रहा है कि रात में शांति देवी अपनी मां पान कली, बाबा भग्गू एवं भाई रतिभान व रत्नेश संग घर के दरवाजे पर बैठी थी। तभी शिवमोहन पटेल व अजय सहित कई लोग लाठी-डंडा लेकर हीरालाल के दरवाजे पर चढ़ गए। जहां अपशब्दों का प्रयोग कर सीधे किशोरी शांति देवी की पिटाई करने लगे। मौत की सूचना पर चौकी इंचार्ज गौहनिया शिव प्रताप सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लिया।

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