दीक्षा समारोह में नहीं आएंगे प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह Prayagraj News

इविवि के रिटायर्ड शिक्षक और ऑक्टा के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर राम किशोर शास्त्री ने डीजीपी ओपी सिंह को मानद उपाधि दिए जाने पर सवाल उठाया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 05 Sep 2019 09:33 AM (IST) Updated:Thu, 05 Sep 2019 09:33 AM (IST)
दीक्षा समारोह में नहीं आएंगे प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह Prayagraj News
दीक्षा समारोह में नहीं आएंगे प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में 23 वर्ष बाद आयोजित हो रहे दीक्षा समारोह में डीजीपी ओपी सिंह नहीं आएंगे। इस बात की जानकारी एडीजी सुजीत पांडेय ने दी है। समारोह में उन्हें मानद उपाधि दिए जाने का निर्णय लिया गया था।

दरअसल, इविवि की विद्वत परिषद और कार्य परिषद की बैठक में पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल पंडित केशरीनाथ त्रिपाठी और डीजीपी ओपी सिंह को मानद उपाधि देने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद से ही विरोध शुरू हो गया था। इविवि के रिटायर्ड शिक्षक और ऑक्टा के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर राम किशोर शास्त्री ने डीजीपी ओपी सिंह को मानद उपाधि दिए जाने पर सवाल उठाया था। इसके विरोध में वह दिल्ली में एचआरडी मंत्रालय के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि इविवि प्रशासन ने डीजीपी को रिश्वत के रूप में मानद उपाधि देने का निर्णय लिया गया है। छात्रसंघ के निवर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी गृह मंत्रालय को 30 अगस्त को पत्र लिखकर कहा कि सिविल सर्विसेज (कंडक्ट रूल्स 1964 सेक्शन 13) के अनुसार कोई भी केंद्रीय कर्मचारी केंद्र सरकार की अनुमति के बगैर इस तरह उपहार नहीं ले सकता है। ऐसे में डीजीपी को मानद उपाधि लेने के निर्णय पर रोक लगाया जाना चाहिए। दीक्षा समारोह की पूर्व संध्या पर अचानक डीजीपी का कार्यक्रम निरस्त होने का वजह विरोध ही बताया जा रहा है। हालांकि, इस संदर्भ में इविवि के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. चित्तरंजन कुमार का कहना है कि डीजीपी का कार्यक्रम निरस्त होने की कोई भी सूचना इविवि प्रशासन को नहीं मिली है। निरंतर कुछ लोग भ्रामक सूचना फैला रहे हैं।

chat bot
आपका साथी