AMA ब्‍लड बैंक से खून दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार, कई तीमारदार हो चुके हैं शिकार Prayagraj News

मरीज के तीमारदार से रुपये लेकर खून दिलाने का आश्‍वासन देने वाले फरार दो आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 27 Jul 2020 05:19 PM (IST) Updated:Mon, 27 Jul 2020 05:19 PM (IST)
AMA ब्‍लड बैंक से खून दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार, कई तीमारदार हो चुके हैं शिकार Prayagraj News
AMA ब्‍लड बैंक से खून दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार, कई तीमारदार हो चुके हैं शिकार Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन (एएमए) ब्लड बैंक से खून देने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपित सोनू और उसके साथी सुप्रीम सिंह को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वह काफी दिनों से खून के जरूरतमंदों से पांच से सात हजार वसूल करते थे और खून न देकर वहां से भाग जाते थे। शनिवार को संजीव चावला से भी खून देने के लिए सात हजार रुपये की ठगी की थी।

सोनू खुद को ब्‍लड बैंक का कर्मचारी बताता था

पुलिस का कहना है कि उंचावगढ़ी राजापुर का रहने वाला सोनू खुद को ब्लड बैंक का कर्मचारी इसलिए बताता था, ताकि लोग उस पर आसानी से विश्वास कर लें। उसका दोस्त सुप्रीम नवाबगंज के जगदीशपुर चंदनपुर गांव का रहने वाला है। दोनों को रविवार दोपहर चौकी इंचार्ज राजापुर रामेंद्र यादव ने ब्लड बैंक के पास से गिरफ्तार किया। इसके बाद शाम को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।

संजीव ने धोखाधड़ी का केस कैंट थाने में दर्ज कराया था

जीटीबी नगर करेली निवासी संजीव चावला शनिवार की दोपहर में खून की आवश्यकता पडऩे पर स्टेनली रोड स्थित ब्लड बैंक पर पहुंचा था। उसी दौरान संजीव से एक यूनिट खून देने के बदले में सात हजार रुपये की धोखाधड़ी सोनू और उसके साथी ने की थी। संजीव ने उन्‍हें रुपये दे दिए लेकिन उसे चकमा देकर दोनों आरोपित वहां से फरार हो गए थे। इस पर भुक्‍तभोगी कैंट थाने पहुंचा और तहरीर के माध्‍यम से आरोपितों की कारस्‍तानी पुलिस को बताई। इस पर कैंट पुलिस ने मुकदमा कायम किया था।

कैंट थाने के इंस्‍पेक्‍टर बोले रैकेट का पता लगाया जा रहा है

खून दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। इस संबंध में इंस्पेक्टर कैंट नीरज बालिया का कहना है कि आरोपितों के कुछ और साथी हैं, जिनके बारे में पता लगाया जा रहा है। जल्‍द ही उन्‍हें भी हिरासत में लेकर गैंग का राजफाश किया जाएगा।

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