National Women Commission ने की इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार व वित्त अधिकारी को हटाने की सिफारिश Prayagraj News

राष्ट्रीय महिला आयोग के निर्देश के बावजूद इविवि प्रशासन ने हॉस्टलों में सुधार के कोई कदम नहीं उठाए। कुछ शिक्षकों पर लगे यौन उत्पीडऩ के आरोपों का साक्ष्य भी टीम को सौंपा गया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 13 Feb 2020 11:22 AM (IST) Updated:Fri, 14 Feb 2020 07:33 AM (IST)
National Women Commission ने की इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार व वित्त अधिकारी को हटाने की सिफारिश Prayagraj News
National Women Commission ने की इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार व वित्त अधिकारी को हटाने की सिफारिश Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्‍यक्ष ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्‍ल और वित्त अधिकारी डॉ सुनीलकांत मिश्र को हटाने की सिफारिश की है। आयोग अध्‍यक्ष ने इन दोनों अफसरों पर जांच प्रभावित करने की आशंका जाहिर की है। इसके लिए उन्‍होंने इविवि के कार्यवाहक कुलपति को पत्र भी लिख दिया है।

टीम के इविवि में आने के बाद से पल-पल की जानकारी पूर्व कुलपति को दे रहे

आयोग अध्‍यक्ष ने बताया कि टीम के इविवि में प्रवेश के बाद से पल-पल की जानकारी पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू को दे रहे हैं। इसकी जानकारी किसी ने आयोग अध्‍यक्ष रेखा शर्मा को साक्ष्‍य के साथ फोन पर दी है। उन्‍होंने बैठक के दौरान रजिस्ट्रार को फटकार लगाते हुए बाहर कर दिया था। इसके पूर्व राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा जांच करने इलाहाबाद विश्‍वविदयालय पहुंचीं। वह प्रॉक्‍टर कार्यालय पहुंची। उन्‍होंने कार्यवाहक कुलपति आरआर तिवारी और चीफ प्रॉक्‍टर आरके उपाध्‍याय समेत अन्‍य अफसरों से पूछताछ की हैं।

बुधवार से ही शहर में है राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्‍यक्ष बुधवार को ही दिल्ली से शहर आ गई थी। वह सीधे सर्किट हाउस पहुंची और चार बजे ऋचा सिंह को फोन कर बुलाया। यहां अध्यक्ष के अलावा लीगल एडवाइजर प्रियंका मिड्ढा, काउंसलर शालिनी सिंह, इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के वुमेन एडवाइजरी बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष प्रो. रंजना कक्कड़ के साथ बैठक की। इस दौरान ऋचा ने रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल और पूर्व जनसंपर्क अधिकारी डॉ. चित्तरंजन कुमार की शिकायत की।

इविवि प्रशासन ने हॉस्टलों में सुधार के कोई कदम नहीं उठाए

बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग के निर्देश के बावजूद इविवि प्रशासन ने हॉस्टलों में सुधार के कोई कदम नहीं उठाए। कुछ शिक्षकों पर लगे यौन उत्पीडऩ के आरोपों का साक्ष्य भी टीम को सौंपा गया। इविवि के दो शिक्षकों ने भी वित्तीय अनियमितता से जुड़े अहम दस्तावेज टीम को सौंपे। ऋचा ने स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए तमाम शिकायतों के बाद भी कार्रवाई न होने की बात बताई।

 

कार्यवाहक कुलपति समेत नए प्रशासनिक अफसरों की शिकायत

महिला आयोग की अध्यक्ष से महिला छात्रावास की छात्राओं ने बताया कि कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी, नए डीएसडब्ल्यू प्रो. केपी सिंह, चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरके उपाध्याय रजिस्ट्रार एनके शुक्ल की शिकायत की। आरोप लगाया कि यह सभी छात्रों की सुनते हैं लेकिन छात्राओं से मिलने से भी इनकार कर देते हैं। छात्राओं ने सुरक्षा अधिकारी अजय सिंह के कार्यों पर भी सवाल खड़े किए।

छात्राओं का आरोप, इविवि प्रशासन लगातार भ्रामक सूचनाएं प्रसारित कर रहा

छात्राओं ने बताया कि आयोग की जांच में भी ठेकेदार पर लगाए गए आरोप सही पाए गए, लेकिन इविवि प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। छात्राओं ने बताया कि कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने पिछले दिनों मेस के लिए नया आदेश तो जारी किया लेकिन वह कागज तक सीमित रह गया। इसके अलावा मेस में सीसीटीवी कैमरे की बात बताई। इविवि प्रशासन लगातार भ्रामक सूचनाएं प्रसारित कर रहा है। हॉस्टल में सेनेटरी वेंडिंग मशीन नहीं लगवाई गई, लेकिन बताया जा रहा है कि मशीनें लगवा दी गईं। 

टीम आई तो बदलीं अधीक्षिकाएं और खुला कॉमन रूम

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा के शहर पहुंचने की भनक इविवि प्रशासन को हुई तो फौरन दो हॉस्टलों में नई अधीक्षिकाओं की तैनाती कर दी गई। होम साइंस विभाग की डॉ. नीतू मिश्रा को शताब्दी गल्र्स हॉस्टल का सुप्रीटेंडेंट और डॉ. मोनिका सिंह को असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट नियुक्त किया। अर्थ एंड प्लेनेटरी साइंस की डॉ. प्रियंबदा सिंह को कल्पना चावला हॉस्टल का सुप्रीटेंडेंट और ङ्क्षहदी की डॉ. सुधा त्रिपाठी को असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट बनाया गया। पीआरओ डॉ. शैलेंद्र कुमार ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि छात्राओं की मांग पर कॉमन रूम को व्यवस्थित कर फिर से खोल दिया है। छात्राओं की मांग पर इविवि प्रशासन ने प्राथमिकता के आधार पर ऐसा किया। अन्य मांगों पर भी तत्पर होकर कार्य किया जा रहा है। 

... और जारी कर दिया फरमान

इविवि के रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल ने फरमान जारी कर दिया था। इसके तहत कहा था कि सभी संकायों के डीन, विभागाध्यक्षों, के अलावा प्रशासनिक अफसरों और कर्मचारियों से कहा कि आयोग की टीम के इविवि परिसर में आने पर सभी अपने विभागों और कार्यालयों में उपस्थित रहें।

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