राष्ट्रवाद की विचारधारा के लिए पूंजीवाद भी है खतरा Prayagraj News

स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य डॉक्टर सुरेश नागर चौधरी ने कहा कि आज राष्ट्रवाद को अच्छी दृष्टि से नहीं देखा जाता है। पूंजीवाद और समाजवाद को राष्ट्रवाद प्रिय नहीं है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 11 Feb 2020 05:14 PM (IST) Updated:Tue, 11 Feb 2020 05:19 PM (IST)
राष्ट्रवाद की विचारधारा के लिए पूंजीवाद भी है खतरा Prayagraj News
राष्ट्रवाद की विचारधारा के लिए पूंजीवाद भी है खतरा Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। पं. दीन दयाल उपाध्याय की पुण्य तिथि की पूर्व संध्या पर स्वदेशी जागरण मंच प्रयाग विभाग 'एकात्म मानवदर्शन की स्वदेशी अवधारणा विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन  माघ मेला शिविर में हुआ। वक्ताओं ने पूंजीवाद और समाजवाद को राष्ट्रवाद की विचारधारा के लिए खतरा बताया। शिविर संचालन में सहयोग देने वाले पांच कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।

 पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी को लेकर उथल पुथल मची है

मुख्य अतिथि स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य डॉक्टर सुरेश नागर चौधरी ने कहा कि आज राष्ट्रवाद को अच्छी दृष्टि से नहीं देखा जाता है। पूंजीवाद और समाजवाद को राष्ट्रवाद प्रिय नहीं है। इसी का नतीजा है कि मौजूदा समय में पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी को लेकर उथल-पुथल चल रही है।

एकात्‍म मानववाद की अवधारणा ही इस समस्‍या का एक मात्र विकल्‍प

प्रयाग विभाग के संयोजक कैप्टन मुकेश ने कहा कि कल तक जिस चीन की अर्थ व्यवस्था का लोग लोहा मान रहे थे उसने भी अपने सामान का दाम घटाकर मुद्रा को गिरा दिया है। जिससे चीन में आर्थिक मंदी का संकट छा गया है। ऐसे हालात में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की एकात्म मानववाद की अवधारणा इस समस्या का एक मात्र विकल्प है।

स्‍वदेशी विचारधारा के व्‍यापक प्रचार का अनुरोध

प्रतापगढ़ के जिला संयोजक दत्तात्रेय पांडेय, गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रयागराज फाउंडेशन के अध्यक्ष शशांक शेखर पांडेय ने स्वदेशी विचारधारा के व्यापक प्रचार का अनुरोध किया। इस अवसर पर विकास त्रिपाठी, विवेक चौधरी, अमरेन्द्र सिंह, हरिमोहन पांडेय, रामदत्त मिश्र को स्वदेशी सेवा सम्मान दिया गया। गंगेश पांडेय, कृष्ण मोहन मिश्रा, पूनम मिश्रा, श्रीचन्द विश्वकर्मा,आशुतोष आदि मौजूद थे।

मेले में संघ पदाधिकारी दो दिन करेंगे मंथन

माघ मेला में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारी दो दिन विभिन्न मुद्दों पर मंथन करेंगे। इसमें प्रांत, जिला, भाग और विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। यह बैठक विश्व ङ्क्षहदू परिषद के शिविर में मंगलवार को शाम छह बजे शुरू होगी। उद्घाटन सत्र दो घंटे का होगा और फिर विशेष सत्र रात में नौ से 10 बजे तक होगा। अगले दिन बुधवार को भोर में चार बजे शाखा लगेगी। फिर दिन में अन्य कार्यक्रम होंगे। शाम को चार से छह बजे तक समापन सत्र होगा। प्रमुख रूप से जिला प्रचारक व जिला कार्यवाह की इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

chat bot
आपका साथी