कुंभ में प्रकट हो गए आचार्य चाणक्य, मौर्य साम्राज्य की यादें ताजा

पद्मश्री मनोज जोशी ने आचार्य चाणक्‍य का मंचन किया। इससे कुंभ मेला में मौर्य साम्राज्य की यादें ताजा हो गईं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 13 Jan 2019 12:45 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jan 2019 12:45 PM (IST)
कुंभ में प्रकट हो गए आचार्य चाणक्य, मौर्य साम्राज्य की यादें ताजा
कुंभ में प्रकट हो गए आचार्य चाणक्य, मौर्य साम्राज्य की यादें ताजा

जागरण संवाददाता, कुंभ नगर : विराट व्यक्तित्व, कुशल राजनीतिज्ञ, बुद्धिमता में कोई सानी नहीं। ऐसा महान विद्वान आचार्य चाणक्य मानो कुंभ नगर में प्रकट हो गया हो। सेक्टर 14 स्थित प्रभु प्रेम संघ शिविर में चाणक्य का नाट्य मंचन हुआ। आचार्य चाणक्य की भूमिका में पद्मश्री मनोज जोशी ने ऐसा माहौल बनाया कि मौर्य साम्राज्य की यादें ताजा हो गईं।

स्वामी अवधेशानंद गिरि ने उद्घाटन किया

  इसके पहले जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। शिविर के पंडाल में खचाखच भरी भीड़ में मनोज जोशी और उनकी टीम के अभिनय ने हर किसी को बांधे रखा। कौटिल्य के नाम से विख्यात आचार्य चाणक्य की राजनीतिज्ञ सूझबूझ, अपनी बुद्धिमानी से मौर्य वंश का झंडा गाडऩे तक का मंचन हर किसी को आकर्षित करता रहा। चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाने, कुशल शासक के रूप में स्थापित करने, चंद्रगुप्त मौर्य के बाद उनके पुत्र बिंदुसार को राजा बनाने तक के प्रसंग का मंचन बेहद आकर्षक ढंग से किया।

 संतों व भक्तों के लिए चला अन्न क्षेत्र

श्रीमठ कनाना गणेश आश्रम शिविर में संतों व भक्तों के लिए अन्न क्षेत्र शुरू हो गया है। मेला क्षेत्र के सेक्टर 16 में जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक महंत हरि गिरि, जगदगुरु पंचानन गिरि, अध्यक्ष महंत सोहन गिरि, भवतपुरी, उपाध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि ने अन्न क्षेत्र का शुभारंभ किया। महंत हरि गिरि ने कहा कि मेले में आने वाले संतों व श्रद्धालुओं को भोजन कराना अत्यंत पुण्य कार्य है। अखाड़ा के हर शिविर में लोगों की सहूलियत के लिए भंडारा चलाया जाएगा। इस दौरान महामंडलेश्वर रवि गिरि, महामंडलेश्वर भगवती बाई, स्वामी विद्यानंद, उमाशंकर भारती, महंत अभ्यागत आदि मौजूद रहे।

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