RRB NTPC CBT 2 रेलवे ट्रैक पर बवाल के पीछे राजनीतिक फंडिंग की तहकीकात, छह पुलिसवाले निलंबित

एसएसपी के मुताबिक अब तक की छानबीन में पता चला है कि युवाओं को साजिश के तहत भड़काया गया था। इस मामले में किसी राजनीतिक पक्ष की ओर से भी फंडिंग करने की बात सामने आई है। इसका पता लगाने के लिए टीम गठित की गई है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 26 Jan 2022 07:23 PM (IST) Updated:Wed, 26 Jan 2022 07:23 PM (IST)
RRB NTPC CBT 2 रेलवे ट्रैक पर बवाल के पीछे राजनीतिक फंडिंग की तहकीकात, छह पुलिसवाले निलंबित
रेलवे ट्रैक बवाल मामले में जांच के लिए 11 सदस्यीय टीम गठित की गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयाग स्टेशन पर ट्रेन रोकने, आग लगाने की कोशिश और पुलिस बल पर पथराव के पीछे राजनीतिक फंडिंग के संकेत मिले हैं। पुलिस ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए 11 सदस्यीय टीम गठित की है। पथराव के आरोप में अब तक दो छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी की तलाश की जा रही है।


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तीन सिपाहियों के बाद एक इंस्पेक्टर और दो दारोगा निलंबित

डेलीगेसी में घुसकर तोड़फोड़ और  मामले में तीन सिपाहियों मोहम्मद आरिफ, दुर्वेश कुमार और अच्छेलाल को सुबह ही निलंबित कर दिया गया था। फौरी जांच के बाद एनी बेसेंट चौकी प्रभारी दीपक चहल को समय पर छात्रों को एकत्र होने से नहीं रोकने पर सस्पेंड कर दिया गया है। इंटरनेट मीडिया पर सही तरीके से निगरानी नहीं करने पर इंस्पेक्टर राकेश भारती औऱ दारोगा शैलेंद्र को भी शाम को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है।

राजेश ने इंटरनेट मीडिया से मैसेज फैलाकर भड़ाकाया था छात्रों को

एसएसपी अजय कुमार ने बुधवार को मीडिया को बताया कि राजेश सचान नामक युवक ने इंटरनेट मीडिया के जरिये छात्रों को भड़काया था। उसी ने मंगलवार दोपहर प्रयाग स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर जाकर ट्रेन रोकने, उस पर पथराव और तोड़फोड़ करने की साजिश रची थी। इन उपद्रवियों ने कानपुर पैसेंजर ट्रेन रोक दी थी और उसमें आगजनी का प्रयास किया। इस वजह से कई ट्रेनों का संचालन बाधित हो गया था। फिर पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ा। कर्नलगंज पुलिस ने राजेश सचान, कुशीनगर के मुकेश यादव और रायबरेली के प्रदीप यादव व एक हजार अज्ञात छात्रों के खिलाफ 13 गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित मुकेश यादव और प्रदीप यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।

निर्दोष छात्र नहीं होंगे परेशान, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

एसएसपी के मुताबिक अब तक की छानबीन में पता चला है कि युवाओं को साजिश के तहत भड़काया गया था। इस मामले में किसी राजनीतिक पक्ष की ओर से भी फंडिंग करने की बात सामने आई है। इसका पता लगाने के लिए टीम गठित की गई है। टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की जांच में अगर राजनीतिक पार्टी की संलिप्तता सामने आई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई करके चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी जाएगी। एसएसपी ने यह भी कहा कि किसी भी निर्दोष छात्र के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। छात्रों को ढाल बनाकर अराजकतत्वों ने उपद्रवियों को उनके बीच ला दिया था, जिससे माहौल खराब हो गया। 

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