अधूरी रह गई संगम स्नान की आस

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : 70 के दशक में युवा दिलों पर अपना जादू बिखेरने वाले मशहूर सिने स्टार विनो

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Apr 2017 01:00 AM (IST) Updated:Fri, 28 Apr 2017 01:00 AM (IST)
अधूरी रह गई संगम स्नान की आस
अधूरी रह गई संगम स्नान की आस

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : 70 के दशक में युवा दिलों पर अपना जादू बिखेरने वाले मशहूर सिने स्टार विनोद खन्ना को उम्र के आखिरी पड़ाव पर संगम का आकर्षण खींच रहा था। लेकिन काल ने उन्हें इसकी मोहलत नहीं दी। बीते जनवरी महीने में उन्होंने स्वयं के ठीक होने पर एक बार संगम स्नान करने की इच्छा जताई थी। इसके लिए वह इलाहाबाद आना चाहते थे। लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी और वह गुरुवार को दुनिया छोड़ गए।

विनोद खन्ना का इलाहाबाद वैसे तो कम आना हुआ, लेकिन जब भी आए सबके दिलों में छा गए। पहली बार वह 1974 में फिल्म 'हाथ की सफाई' के सिल्वर जुबली महोत्सव में शामिल होने यहां आए थे। फिल्म निरंजन टाकीज में लगी थी, जहां विनोद खन्ना को आना था। यह खबर शहर में जंगल में आग की तरह फैली। विनोद खन्ना को देखने के लिए सुबह 10 बजे ही टाकीज के आस-पास हजारों लोगों का जमघट लग गया। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सैकड़ों लोग निरंजन डाट पुल पर चढ़ गए। टाकीज प्रबंधन ने टिकट का दाम भी कम कर दिया था। उस दिन बालकनी की जो टिकट 1.90 रुपये में थी, उसे 40 पैसे में दिया गया। इसके चलते भीड़ अधिक हो गई। उस सुनहरे पल के गवाह रहे प्रख्यात कवि यश मालवीय बताते हैं कि विनोद खन्ना तीसरे शो में टाकीज में भगवा कुर्ता व वेलबाटम पहनकर दाखिल हुए। आंखों में लगा काला चश्मा उनकी खूबसूरती बढ़ा रहा था। सबका अभिवादन स्वीकार करने के बाद विनोद खन्ना ने इलाहाबाद की साहित्यिक विरासत का खूब बखान किया। युवाओं को चुनौतियों से लड़ने का मूलमंत्र दिया।

यश बताते हैं कि बीते जनवरी माह में वह मुंबई गए थे। वहां भतीजे व फिल्म लेखक पुनर्वसु के साथ विनोद खन्ना को देखने उनके घर गए। विनोद खन्ना के साथ 20 मिनट बिताया। साहित्य व शेरो शायरी पर बातें की। दबंग फिल्म का जिक्र करते हुए विनोद बोले थे, ठीक होने पर ऐसे चरित्र और निभाएंगे। साथ ही संगम में स्नान करने के लिए इलाहाबाद आने का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि 'जीवन में काफी भागदौड़ हो गई, अब बचा समय शांति से अध्यात्म में बिताना चाहता हूं'। यश भावुक होकर बोले 'मौत महबूबा बनकर आयी और विनोद खन्ना को हमसे लेकर चली गई'।

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विकास के लिए मांगा वोट

इलाहाबाद : अभिनेता विनोद खन्ना राजनीतिक दौरों पर इलाहाबाद आए थे। सन 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में वह यहां आए थे। इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी रहे वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी के समर्थन में मुट्ठीगंज व अल्लापुर में चुनावी सभा को संबोधित किया था। भाजपा के तत्कालीन जिलाध्यक्ष लोकतंत्र सेनानी नरेंद्रदेव पांडेय बताते हैं कि विनोद खन्ना ने हर सभा में विकास के लिए वोट मांगा था। डॉ. जोशी के व्यक्तित्व का बखान करते हुए बोले थे कि इलाहाबाद के लिए यह किसी वरदान से कम नही हैं। उन्होंने युवाओं के लिए डॉ. जोशी व अटल सरकार द्वारा किए गए कार्य भी गिनाए थे, उनके भाषण का लोगों पर अच्छा प्रभाव पड़ा था।

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निधन पर जताया शोक

इलाहाबाद : सर्व वैश्य चेतना समिति की गुरुवार को शोक सभा हुई। इसमें सिनेस्टार विनोद खन्ना के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। इस दौरान हरिओम साहू, विशाल अग्रवाल, राहुल सागर, राजू गुप्त, यशमित, राकेश, संजय, गुरुमीत, बजरंगी मौजूद रहे।

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