सीएम को खून से लिखा पत्र

By Edited By: Publish:Wed, 30 Jul 2014 02:52 AM (IST) Updated:Wed, 30 Jul 2014 01:41 AM (IST)
सीएम को खून से लिखा पत्र

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : संघ और लोक सेवा आयोग की प्रशासनिक परीक्षा में लागू सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट के खिलाफ चल रहा अभियान थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतियोगियों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व राज्यपाल राम नाइक को खून से लिखा पत्र भेजा और लोक सेवा आयोग की तीन अगस्त का प्रस्तावित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को निरस्त करने की मांग की। साथ ही संघ लोक सेवा आयोग से सी-सैट को हटाने की मांग की।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का क्रमिक अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। प्रतियोगी लोक सेवा आयोग की तीन अगस्त को प्रस्तावित प्रारंभिक परीक्षा को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को प्रतियोगियों ने अपने रक्त से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व राज्यपाल राम नाइक को पत्र लिखा। पत्र में प्रतियोगियों ने पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा को निरस्त करने और पीसीएस से सी-सैट को हटाने की मांग की। एबीवीपी के प्रदेश सहमंत्री विश्वप्रताप ने मुख्यमंत्री के दोहरे चरित्र पर सवाल उठाया और कहा कि वो मोदी जी को पत्र लिखकर संघ लोक सेवा आयोग से सी-सैट को हटाने की मांग कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से सी-सैट को हटाने की कोई पहल नहीं कर रहे हैं। संगठन मंत्री अजीत उपाध्याय ने कहा कि लोक सेवा आयोग को कई बार ज्ञापन दिया जा चुका पर कोई फायदा न हुआ। सरकार की गलत नीतियों के कारण जिन छात्रों को अपने कमरे में बैठकर पढ़ाई करनी चाहिए वो सड़क पर संघर्ष करने को मजबूर हैं। रक्त से पत्र लिखने वालों में प्रमुख रूप से प्रतियोगी संघर्ष समिति के अवनीश पांडेय व सुधीर कुमार सिंह, विश्वप्रताप सिंह, आदित्य राय, राज सिंह, आनंद सिंह, विवेक कुमार सिंह, अनुज, अनिल कुमार सिंह, नवीन तिवारी, संदीप द्विवेदी, दिनेश यादव, सुरेश पांडेय, रोहित सिंह, अमित, प्रमोद यादव आदि शामिल हैं।

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