माध्यमिक विद्यालयों में भविष्य की नींव रखने को होगा आनलाइन परीक्षा का ट्रायल, जानिए पूरा मामला

जिले के माध्यमिक विद्यालय भी अब आधुनिकता के ट्रैक पर दौड़ पड़े हैं। लाकडाउन के समय में नए सत्र की पढ़ाई विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से कराई जा रही थी। जिन विद्यार्थियों के पास एंड्रायड मोबाइल व इंटरनेट की सुविधा थी वो आनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर रहे थे।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 02:03 PM (IST) Updated:Sat, 13 Nov 2021 02:09 PM (IST)
माध्यमिक विद्यालयों में भविष्य की नींव रखने को होगा आनलाइन परीक्षा का ट्रायल, जानिए पूरा मामला
कोरोना काल में माध्यमिक कालेजों में आनलाइन पढ़ाई शुरू कराई गई थी।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता ।  जिले के माध्यमिक विद्यालय भी अब आधुनिकता के ट्रैक पर दौड़ पड़े हैं। लाकडाउन के समय में नए सत्र की पढ़ाई विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से कराई जा रही थी। जिन विद्यार्थियों के पास एंड्रायड मोबाइल व इंटरनेट की सुविधा थी वो आनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर रहे थे। कोरोना संक्रमण काल की दो लहरों ने अब लगभग हर विद्यार्थी के पास मोबाइल के जरिए पढ़ाई करने का मंत्र दे दिया है। जिन विद्यार्थियों के पास संसाधन व उपकरण उपलब्ध हैं उनकी आनलाइन परीक्षा कराने का ट्रायल भी कराए जाने की योजना अधिकारियों ने बनाई है।

तीन कैटेगरी में बांटा गया विद्यार्थियों को 

कोरोना काल में माध्यमिक कालेजों में आनलाइन पढ़ाई शुरू कराई गई थी। हालांकि माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राएं आधुनिक संसाधनों से लैस नहीं होते मगर जो जिसके पास जैसी सुविधा है उसको उस स्तर से पढ़ाने का खाका तैयार किया गया है। जो विद्यार्थी आनलाइन कक्षाओं से जुड़ने में अक्षम हैं उनको कालेज में कक्षाएं लगाकर कोर्स पूरा कराया जा रहा है। मगर जो विद्यार्थी विद्यालय नहीं आ रहे हैं उनको आनलाइन ही कोर्स पूरा कराया जा रहा है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि, विद्यार्थियों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है। कंप्यूटर व इंटरनेट की सुविधा वाले विद्यार्थी, मोबाइल पर वाट्सएप सुविधा वाले विद्यार्थी और तीसरे वो जिनके पास बटन वाले फोन हैं व इंटरनेट भी उपयोग नहीं कर सकते। प्रधानाचार्यों संग बैठक कर निर्देशित किया गया है कि, छात्र-छात्राओं को आनलाइन माध्यम से पढ़ाने का काम भी किया जाना चाहिए। टीआर इंटर कॉलेज, बाबूलाल जैन इंटर कॉलेज, डीएवी कॉलेज आदि कॉलेजों में गूगल क्लासरूम के जरिए कक्षाएं लगाने की व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। इनके अलावा जिन छात्र-छात्राओं की गूगल क्लासरूम से पढ़ाई नहीं हो रही उनको वाट्सएप ग्रुप से जोड़कर पढ़ाई कराने का काम किया जा रहा है।

आनलाइन परीक्षा कराकर रखी जाएगी भविष्‍य की नींव

शिक्षक पाठ के साथ लेक्चर के वीडियो व होमवर्क भी विद्यार्थियों को आनलाइन दे रहे हैं। जिले में 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 680 वित्तविहीन कालेज हैं। अब इन विद्यार्थियों की परीक्षा आनलाइन माध्यम से कराकर भविष्य की नींव रखी जाएगी। अगर कोई विषम परिस्थिति आए तो तमाम विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से ही परीक्षा दिला सकेंगे। इस परीक्षा के अंक छमाही या वार्षिक परीक्षा में नहीं जोड़े जाएंगे। यह परीक्षा केवल विद्यार्थियों को आनलाइन परीक्षा देने में दक्षता दिलाने के लिए कराई जाएगी।

chat bot
आपका साथी