नंबर बताएगा, सड़क यूनिक है, ये होंगे फायदे Aligarh News

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई)-तीन के ग्रामीण क्षेत्र की हर सड़क का अपना एक यूनिक नंबर होगा। इससे कोई भी ऑनलाइन इसकी स्थिति देख सकेगा।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Mon, 03 Feb 2020 03:13 PM (IST) Updated:Mon, 03 Feb 2020 03:13 PM (IST)
नंबर बताएगा, सड़क यूनिक है, ये होंगे फायदे Aligarh News
नंबर बताएगा, सड़क यूनिक है, ये होंगे फायदे Aligarh News

सुरजीत पुंढीर अलीगढ़ : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई)-तीन के ग्रामीण क्षेत्र की हर सड़क का अपना एक यूनिक नंबर होगा। इससे कोई भी ऑनलाइन इसकी स्थिति देख सकेगा। जिले के ग्रामीण क्षेत्र की सभी छोटी-बड़ी 1081 सड़कों को ऑनलाइन कर दिया गया है। इन सड़कों के पास की बसावटों व  परिसंपत्तियों का ट्रेस मैप भी ऑनलाइन किया गया है। केंद्र सरकार ने इस पर संस्तुति दे दी है। ऐसे में प्राथमिकता वाली सड़कों का फरवरी से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

यह है योजना

केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के सुधार के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत की थी। इसके दो चरण अब तक पूरे हो गए हैं। इसमें अधिकांश छोटी-बड़ी सड़कों का निर्माण हो चुका था। लेकिन, समय के साथ इनमें से अधिकांश की स्थिति जर्जर हो गई है। ऐसे में इसके लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-तीन की शुरुआत की है। इसमें जिले की सभी सड़कों का नक्शा ऑनलाइन करने के साथ ही परिसंपत्तियों के आधार पर उन्हें यूनिक नंबर दिए गए हैं। इन नंबरों में शीर्ष प्राथमिकता वाली सड़कों को 5.5 मीटर चौड़ा किए जाने का काम फरवरी से शुरू किया जाएगा। पीएमजीएसवाई-तीन के तहत अब ग्रामीण सड़कों को चौड़ा कर 5.5 मीटर किया जाना है। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण ने जिले की सभी 1081 सड़कों को ऑनलाइन अपलोड कर दिया है। सड़कों के साथ पास की बसावटें, बाजार, हास्पिटल, स्कूल आदि भी अपलोड किए गए हैं। इन परिसंपत्तियों के आधार पर सड़कों को यूनिक नंबर भी दिए गए हैं।

ऐसे दिए गए हैं यूनिक नंबर

पीएमजीएसवाई-तीन की योजना के तहत 2019-20 में प्रदेश की 2500 किमी. सड़कों को चौड़ा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। सड़कों के किनारे स्थित जनसुविधाओं की उपलब्धता पर अंक निर्धारित किए गए हैं। जैसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है तो 12 अंक, प्राथमिक स्कूल है तो 05 अंक, गर्ल्स इंटर कालेज है तो 10 अंक आदि। नए सिस्टम में कोई भी देश दुनिया में कहीं से भी बैठे-बैठे आनलाइन अपना गांव व गांव की सड़कों को देख सकता है।

1081 सड़कें चिन्हित

पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की सभी सड़कों को ऑनलाइन अपलोड करने का काम हो गया है। जिले में कुल 1081 सडकें चिन्हित हुई हैं। अब शीर्ष प्राथमिकता वाली सड़कों का निर्माण सबसे पहले होगा।

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